प्रयागराज। कानपुर सेंट्रल, आगरा कैंट सहित उत्तर मध्य रेलवे के तमाम स्टेशनों पर महज एक रुपये में मिलने वाला मिनरल वाटर अब यात्रियों को नहीं मिलेगा। पिछले कुछ वर्ष से आईआरसीटीसी के माध्यम से एक निजी एजेंसी द्वारा यात्रियों को एक रुपये में पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है, लेकिन संबंधित एजेंसी द्वारा आईआरसीटीसी को लाइसेंस फीस न दिए जाने की वजह से उसका ठेका निरस्त कर दिया गया है। इसका असर यह रहा कि प्रयागराज समेत जोन के कई स्टेशनों पर सस्ती दरों में मिलने वाला मिनरल वाटर अब यात्रियों को नहीं मिल रहा है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी ) द्वारा वर्ष 2015 में ही वाटर वेंडिंग मशीन तमाम रेलवे स्टेशनों पर लगाई गई। एनसीआर की बात करें तो यहां 100 से ज्यादा मशीनें प्रयागराज, कानपुर, अलीगढ़, टूंडला, झांसी, ग्वालियर, मथुरा, आगरा, इटावा आदि रेलवे स्टेशनों पर लगाई गई। इसके माध्यम से 300 मिली लीटर मिनरल वाटर यात्रियों को एक रुपये में, 500 मिली तीन रुपये में, एक लीटर पांच रुपये में, दो लीटर आठ रुपये में और पांच लीटर पानी 20 रुपये में उपलब्ध हो रहा था। अगर किसी यात्री के पास बोतल नहीं है तो उसे बोतल सहित मिनरल वाटर क्रमश: 2 रुपये (गिलास में ), 5, 8, 12 एवं 25 रुपये में उपलब्ध करवाया जाता रहा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से सभी वाटर वेंडिंग मशीन के स्टॉल बंद हो गए हैं। इस वजह से उमस भरी गर्मी के मौसम में यात्रियों को मजबूरी में रेल नीर या अन्य ब्रांड के पानी खरीदना पड़ रहा है। प्रयागराज जंक्शन की ही बात करें तो यहां कुल आठ मशीन लगी थी। इसमें से कुछ को उखाड़ने की कार्रवाई जल्द शुरू होगी। आईआरसीटीसी द्वारा ठेका निरस्त कर दिए जाने की वजह से ही मंडल के सभी स्टेशनों में वाटर वेंडिंग स्टॉल बंद हुए हैं। अगर कोई नया ठेका होता है तो निश्चित ही स्टॉल खोले जाने की कार्रवाई आईआरसीटीसी द्वारा की जाएगी।