मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मां विंध्यवासिनी का दर्शन व पूजन किया। डिप्टी सीएम मिर्जापुर नगर में कार्यक्रम के बाद मां विंध्यवासिनी के दर्शन से पहले कालीखोह व अष्टभुजा मंदिर पहुंचकर मां श्रीकाली व अष्टभुजा देवी का आशीर्वाद लिया। काली खोह पहाड़ी पर स्थित महाकाली माता के दरबार में पहुंचकर दर्शन व पूजन के साथ ही मां काली की आरती की। इसके उपरांत अष्टभुजा पहाड़ी पर स्थित मां अष्टभुजी देवी के दरबार पहुंचे। इसके बाद मां विंध्यवासिनी के गर्भगृह में पहुंचकर विधि-विधान पूर्वक दर्शन-पूजन किए। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने डिप्टी सीएम को मां विंध्यवासिनी का चित्र एवं अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। डिप्टी सीएम मंदिर परिसर में विराजमान समस्त देवी देवताओं को चरण स्पर्श करते हुए हवन कुंड में हवन-पूजन आहूति डाली। इसके बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं बहुत ही सौभाग्यशाली हूं कि मां विंध्यवासिनी ने बुलाकर दर्शन दिया। मां विंध्यवसिनी मंदिर को भव्य रूप देने के लिए प्रदेश सरकार विंध्य कॉरिडोर के माध्यम से आस्थाधाम का विकास कर रही है। इस निर्माण से यहां आने वाले भक्तों को पहले की अपेक्षा बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि माता के दरबार के विकास में जो भी जरुरत होगी, प्रदेश सरकार पूरा करेगी। इस दौरान नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा समेत अन्य सभी विधायक के अलावा भाजपा नेता उपस्थित रहे। मां विंध्यवासिनी के दर्शन व पूजन पश्चात उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य संघ के पूर्व प्रांत प्रचारक सोहन लाल श्रीमाली के घर जाने की संभावना थी। इसके लिए प्रशासन ने पूरी व्यवस्था भी कर ली थी। लेकिन दर्शन में देरी व मौसम खराब होने के चलते कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। सोहन लाल माली हाल ही में संघ के सभी पदों को छोड़ कर राजनीति के क्षेत्र में उतर गए हैं। कयास लगाया जा रहा कि वे मिर्जापुर के किसी विधानसभा से चुनाव भी लड़ सकते हैं। मां विंध्यवासिनी का दर्शन व पूजन कर बाहर निकलते एक महिला समेत राधाकृष्ण मंदिर के पुजारी अमित पांडेय ने अपनी-अपनी फरियाद सुनाते हुए न्याय की गुहार लगाई। आरोप लगाया कि हाल ही में उनके साथ पुलिस वालों ने मारपीट की और पुलिस द्वारा पैसों की मांग की जा रही है। इसी तरह विंध्य कॉरिडोर की जद में आने वाले भूस्वामियों में एक महिला ने डिप्टी सीएम को अपनी फरियाद सुनाते हुए कहा कि साहब हमार जमीनियां त लेई लिहेन, लेकिन पईसवा अबहीं नाहीं मिलल बा। महिला का कहना है कि 17 जनवरी को उसके मकान की रजिस्ट्री करवा ली गई लेकिन खाते में पैसा भेजने के बजाय अधिकारी केवल बार-बार दौड़ा रहे हैं। जिस पर उपमुख्यमंत्री ने नगर मजिस्ट्रेट को 24 घंटे के अंदर समस्या का निस्तारण कर सूचना देने का निर्देश दिया।