राप्ती नदी के कई बिंदुओं पर हो रहे कटानरोधी कार्य

बलरामपुर। राप्ती नदी के 35 बिंदुओं पर कटानरोधी कार्य कराए जा रहे हैं। राप्ती नदी के कटान को रोकने के लिए बाढ़ खंड के अधिकारी मौके पर कार्य कराने में जुटे हुए है। युद्ध स्तर पर कटानरोधी कार्य कराए जा रहे है। पहाड़ी नालों के कटान को रोकने के लिए कार्य कराए जा रहे हैं। डीएम श्रुति के निर्देश पर बाढ़ खंड के अधिकारी कटानरोधी कार्यों को करा रहे हैं। कटानरोधी कार्य कराने से पहले टेक्निकल टीम से भौतिक सत्यापन कराकर बाढ़ खंड के अधिकारियों को जिम्मा सौंपा गया। डीएम ने बीते दिन बताया कि तीनों तहसीलों के एसडीएम के नेतृत्व में राप्ती नदी व पहाड़ी नालों के कटान स्थलों का टेक्निकल टीम से भौतिक सत्यापन कराया गया था। राप्ती नदी के जिले में दो तहसीलों के 35 स्थलों पर कटान करने का अंदेशा है। सदर व उतरौला तहसील के गांवों को बचाने के लिए कटानरोधी कार्य किए जा रहे हैं। टेक्निकल टीम की रिपोर्ट पर बाढ़ खंड के अधिकारियों को कटान स्थलों पर कटानरोधी कार्य कराने का निर्देश दिया गया है। राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण नदी के तट पर बसे गांवों में कटान रोकने के लिए बाढ़ निरोधक कार्य युद्ध स्तर पर कराए जा रहे हैं। राप्ती नदी की तट पर बसे ग्राम लालनगर, गोनकोट, बोधीहार व परसौना में तटबंध और आबादी की सुरक्षा के लिए बाढ़ खंड के अधिकारियों की तरफ से कटान निरोधक कार्य किए जा रहे है। जिले के पहाड़ी नालों के आसपास बसे गांवों को भी बचाने के लिए बांध व तटबंधों का निर्माण और मरम्मत कराया जा रहा है। एक्सईएन बाढ़ खंड एएन अंचल ने बताया कि राप्ती नदी व पहाड़ी नालों के संवेदनशील कटान बिंदुओं की निरंतर निगरानी की जा रही है। राप्ती नदी व पहाड़ी नालों के कटान निरोधक कार्यो का नियमित निरीक्षण भी किया जा रहा है।

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