प्रयागराज। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की ओर से जारी संयुक्त स्नातक स्तरीय (सीजीएल) 2019 टियर-2 परीक्षा के अंकों के नार्मलाइजेशन में मेधावियों के साथ हुए भेदभ्राव को लेकर प्रतियोगी उठ खड़े हुए हैं। प्रतियोगियों ने ट्विटर पर अभियान चलाकर आयोग की मूल्यांकन प्रणाली को कटघरे में खड़ा किया। छात्रों ने 15 जुलाई को अकेले 1.90 लाख ट्वीट करके अपना विरोध दर्ज करवाया। प्रतियोगी छात्रों का आरोप है कि अंकों के नार्मलाइजेशन में 350 अंक तक कम हो गए जबकि कम नंबर पाने वालों के अंक बढ़ गए। अमर उजाला ने छात्रों के अभियान को प्रमुखता से प्रकाशित किया है। सीजीएल टियर-2 परीक्षा के मूल्यांकन को लेकर कैट दिल्ली में याचिका दाखिल करने वाले अजित सोनकर की अपील पर 15 जुलाई को पूरे देश से 1.90 लाख प्रतियोगियों एवं उनके चाहने वालों ने ट्विटर पर चले महाअभियान में भागीदारी की। अब प्रतियोगियों के उत्साह एवं विरोध को देखते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आंदोलन की अगुवाई कर रहे छात्र अजित सोनकर को शनिवार को मिलने के लिए लखनऊ बुलाया है। इस छात्र ने बताया कि उसके पास बड़ी संख्या में प्रतियोगी छात्रों की शिकायत हैं, वह कांग्रेस महासचिव से मिलकर अपनी बात रखेंगे। सीजीएल 2019 टियर-2 परीक्षा के मूल्यांकन को लेकर सवाल उठाने वालों का कहना है कि क्वांटेटिव एबिलिटी विषय के अंक में नार्मलाइजेशन के चलते परीक्षार्थियों के 350 अंक कम हो गए। मूल्यांकन को लेकर आरोप लगाने वाले अजित सोनकर को 153.50 अंक मिले, उसे नार्मलाइज करके 8.87 अंक कर दिया। इस परीक्षार्थी के अंकों के नार्मलाइज किए जाने के बाद 144.63 अंक कम हो गए।