आगरा। कोरोना काल की परिस्थितियों को देखते हुए सेंट जाेंस कॉलेज प्रशासन ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन क्लीनिकल साइकोलॉजी (पीजीडीसीपी) फिर से शुरू करने जा रहा है। तीन वर्ष से इस पाठ्यक्रम का संचालन बंद था। कोरोना संक्रमण की वजह से बहुत सारे लोगों ने अपनों को खोया है। कारोबार चौपट हो गए हैं। लोग तनावग्रस्त हैं। वह काउंसलर का रुख कर रहे हैं। सेंट जोंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि पीजीडीसीपी पाठ्यक्रम की पढ़ाई करने के बाद छात्र-छात्राओं को रोजगार के तमाम अवसर प्राप्त हो सकते हैं। पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी करने के बाद किसी भी मानसिक स्वास्थ्य संस्थान, सामाजिक संगठन, काउंसिलिंग सेंटर में नौकरी प्राप्त की जा सकती है। कोरोना काल में काउंसलर की जरूरत भी बढ़ी है। शिक्षण संस्थानों में भी काउंसलर रखे जाते हैं। उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम में 30 छात्र-छात्राओं का बैच बनाया जाएगा। इसकी फीस 28 हजार रुपये निर्धारित की गई है। पीजीडीसीपी पाठ्यक्रम में एमए साइकोलॉजी करने वाले छात्र-छात्राएं ही प्रवेश ले सकते हैं। इस पाठ्यक्रम छात्र-छात्राओं को मानसिक बीमारियों और उनकी काउंसिलिंग करने का तरीका पढ़ाया जाता है। इनको प्रशिक्षण भी दिलाया जाता है।