कानपुर। कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद उनके नाम से रेमडेसिविर इंजेक्शन जारी कराने के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू होने के साथ ही जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने दवा इंडेंट के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू कर दी है। जिस रोगी के लिए रेमडेसिविर मांगी जाएगी, उसके साथ इलाज करने वाले डॉक्टर और जूनियर डॉक्टर का भी नाम रहेगा। किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर सारे जिम्मेदार सामने आ जाएंगे। मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने बताया कि हर रोगी के साथ उसका इलाज करने वाले कंसल्टेंट और जूनियर डॉक्टर का नाम भी रहेगा। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि किस डॉक्टर ने रेमडेसिविर लिखा है। इसके साथ ही फार्मासिस्ट सारा डाटा अपडेट रखेगा। रेमडेसिविर या कोई भी दवा देने के बाद पूरा ब्योरा दर्ज करेगा। इसके साथ ही यह भी ब्यौरा अलग से रखा जाएगा कि दवा इंजेक्शन के रूप में थी या टैबलेट। इसी में कोविड और नॉन कोविड का भी ब्योरा रहेगा और सिस्टर इंचार्ज, वार्ड ब्वाय की डिटेल होगी। उन्होंने बताया कि सब कुछ कंप्यूटर पर अपडेट रहेगा। एक क्लिक में सब पता चल जाएगा।