पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में रविवार की देर रात से लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से महानगर के अधिकतर इलाके में भारी जलजमाव हो गया है। कई घरों के आगे पानी जमा होने से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इसके अलावा ट्रेन की पटरियों और हवाई अड्डे के रनवे पर भी जल जमाव हो गया है, जिससे उड़ान सेवा और ट्रेन सेवा बाधित हुई हैं। इसके साथ ही पूर्व मेदिनीपुर के घाटाल सहित कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। भारतीय मौसम विभाग ने कम से कम एक दिन और भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। देर रात एक से सुबह सात बजे तक शहर के विभिन्न स्थानों पर 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे कई महत्वपूर्ण मार्ग और निचले इलाके घुटने से अधिक तक पानी में डूब गए। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता नगर निगम के ड्रेनेज पंपिंग स्टेशनों द्वारा धापा में 136 मिमी, कालीघाट में 115 मिमी और बालीगंज में 109 मिमी बारिश दर्ज की गई। लोगों को जरूरत की सामग्री खरीदने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जीके दास ने जानकारी देते हुए कहा कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम से गंगीय पश्चिम बंगाल तक चक्रवाती परिसंचरण की गति और मजबूत नमी के कारण, कोलकाता और उससे सटे उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली और पुरबी मेदिनीपुर में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के 24 घंटे के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक कोलकाता में 142 मिमी बारिश हुई जो पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 24 घंटे की अवधि के दौरान जिन अन्य स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई, उनमें दक्षिण 24 परगना में कैनिंग (113 मिमी), साल्ट लेक (112.8 मिमी) और कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में दम दम (95 मिमी) शामिल हैं।