लखनऊ। केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर विजन से प्रेरित होकर पेप्सिको इंडिया ने बुधवार को कोसी कलां (मथुरा) में 29 एकड़ में फैले अपने ग्रीनफील्ड फूड्स प्लांट की शुरुआत की। इस प्लांट का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने सुधारों व उद्योग हितैषी नीतियों पर ध्यान केंद्रित कर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेज कदम बढ़ाए हैं। उत्तर प्रदेश भारत में कारोबारी सुगमता के लिहाज से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। रोजगार के अवसर केसाथ ही किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। हम आश्वस्त हैं कि उन्नति की साझेदारी राज्य की प्रगति में योगदान करेगी। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि हमारा लक्ष्य ‘कारोबारी सुगमता’ रैंकिंग के मामले में उत्तर प्रदेश को अव्वल बनाना है। इस प्रतिबद्धता को वास्तविकता बनाने के लिए हमने क्षेत्र विशिष्ट नीतियां बनाई हैं। इनमें उद्योग अनुकूल सुधार जैसे श्रम नियमन, सिंगल विंडो क्लीयरेंस, समय से ऑनलाइन अनुमति देना और सड़क व बिजली समेत बेहतर बुनियादी ढांचा सुविधाएं देना शामिल हैं। पेप्सिको के सीईओ यूजीन विलेमसन ने कहा कि भारत हमारे लिए रणनीतिक बाजार और अफ्रीका, पश्चिम एशिया व दक्षिण एशिया क्षेत्र में पेप्सिको के विकास का इंजन बना हुआ है। भारत के साथ कोई भी साझेदारी उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर काम किए बिना पूरी नहीं हो सकती। यह प्लांट पेप्सिको की सबसे बेहतरीन वैश्विक टेक्नोलॉजी, स्थिरता व विविधता को यहां लागू करेगा। पेप्सिको इंडिया के प्रेसीडेंट व सीईओ अहमद अलशेख ने कहा कि कोसी कलां, मथुरा में हमारे नए फूड्स प्लांट का शुभारंभ आत्मनिर्भर भारत की भावना के अनुरूप है। यह देश में 814 करोड़ रुपये का पेप्सिको का एकल सबसे बड़ा निवेश बन गया है। मथुरा में 814 करोड़ रुपये के निवेश से लगाया गया कोसी कलां, फूड्स प्लांट भारत में मैन्युफैक्चरिंग में किया गया पेप्सिको इंडिया का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड निवेश है। यह कंपनी की पहली मेक ऐंड मूव’ फैक्ट्री है, जो कंपनी के आलू चिप्स के आइकॉनिक ब्रांड लेज की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद करेगी। यह अत्याधुनिक फूड्स प्लांट प्रदेश सरकार के विकास एजेंडे के अनुकूल है।