नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) डॉ रणबीर सिंह ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीएम) को मतदाता नामांकन के दौरान उनके सामने आने वाली परेशानियों को समझने और उनके समाधान के निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत ट्रांसजेंडर और बेघर मतदाताओं से मुलाकात करने को भी कहा गया है ताकि उनकी विधिवत सहायता की जा सके। दिल्ली में कुल 941 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं, जिनमें सर्वाधिक(136) दक्षिण पश्चिम दिल्ली जबकि उत्तर पूर्वी जिले सबसे कम 35 मतदाता हैं। सीईओ ने सभी दिव्यांग मतदाताओं को मतदाता के रूप में नामांकन में सहूलियतें देने को कहा है ताकि चुनाव के दौरान सुगमता सेवाओं का लाभ मिल सके। मतदाता सूची में बेघर नागरिकों समेत तमाम वर्गों के शेष मतदाताओं को शामिल करने के लिए गैर सरकारी और नागरिक संगठनों की सहायता ली जा सकती है।डॉ. सिंह ने सभी जिले के चुनाव अधिकारियों को 18-19 वर्ष और 20-29 वर्ष की आयु वर्ग के युवा मतदाताओं के नामांकन की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए हैं ताकि सूची में उनका प्रतिनिधित्व बढ़े। उन्होंने सभी युवाओं से भी अपील की है कि मतदाता सूची में अधिक से अधिक संख्या में नाम दर्ज करवाएं ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुदृढ़ बनाने में उनकी भी बराबर सहभागिता रहे। सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को महिला मतदाताओं के नामांकन को भी बढ़ावा देने को कहा गया है। सीईओ ने 80 और 100 से अधिक उम्र के सभी बुजुर्ग मतदाताओं का सत्यापन करने को कहा है ताकि चुनाव के उनकी सुविधाओं के लिहाज से जरूरी सुविधाएं प्रदान की जा सके। डॉ. रणबीर सिंह ने मतदान केंद्रों में परिवार के मतदाताओं के लिए अलग अलग केंद्र होने पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि पूरे परिवार को एक ही मतदान केंद्र आवंटित करने के लिए उचित कार्रवाई करें ताकि परेशानी न हो। साथ ही डीईओ को आसपास के राज्य के अधिकारियों के सहयोग से अंतरराज्यीय सीमा क्षेत्रों में नामांकन की स्थिति का सत्यापन करने और गलत या दोहरे नामांकन के मामलों में तत्काल कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं।