प्रयागराज। जय श्रीराम का उद्घोष पूर्व राज्यपाल और पूर्व सीएम स्व.कल्याण सिंह की अस्थियों का गंगा-यमुना के संगम पर विसर्जन हुआ। इस दौरान पूर्व सीएम स्व. कल्याण सिंह अमर रहे कि नारे भी लगे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी भी अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में शामिल हुए। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूर्व सीएम स्व.कल्याण सिंह के पुत्र एवं सांसद राजवीर सिंह ने अपने परिवार के सदस्यों और डिप्टी सीएम के साथ बाबूजी की अस्थियों का विसर्जन किया। अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पूर्व सीएम स्व.कल्याण सिंह के पूर्व राजवीर सिंह लखनऊ से अपने परिवार के सदस्यों के साथ दोपहर में ही सीधे संगम तट पर पहुंचे। वहां डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी की मौजूदगी में अस्थि कलश के भाजपाइयों और अन्य लोगों ने दर्शन किए। वहां श्रद्धांजलि सभा में डिप्टी सीएम केशव ने कहा कि बाबू जी का कार्यकाल इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। उनकी कथनी और करनी में अंतर कभी नहीं रहा। उन्होंने जो कहा वो करके दिखाया। वह एक सच्चे राम भक्त और एक अच्छे शासक थे। उन्होंने भगवान राम के लिए सत्ता को ठोकर मार दी, लेकिन राम भक्तों पर गोली नहीं चलने दी। इस धरती पर जब तक रामलला का भव्य मंदिर रहेगा, गंगा मैया की धारा रहेगी और मानव जाति रहेगी तब तक पूर्व सीएम स्व.कल्याण सिंह का नाम अमर रहेगा। श्रद्धांजलि सभी में शामिल होने के लिए आए पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी भी कुछ देर के लिए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम स्व.कल्याण सिंह शासक के रूप में पद की मर्यादा का ध्यान रखते थे। भाजपा के एक अनुशासित सिपाही के रूप में अपना पूरा जीवन समर्पित किया। वह हमारे दिलों में हमेशा रहेंगे। इस अवसर पर पूर्व उच्च शिक्षा कैबिनेट मंत्री नरेंद्र सिंह गौर ने कहा कि पूर्व सीएम स्व.कल्याण सिंह ने अपने कार्यकाल में शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सुशासन की बात जब भी आएगी तब पूर्व सीएम स्व.कल्याण सिंह को याद किया जाएगा। इस अवसर पर सांसद केशरी देवी पटेल, विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी, प्रवीण पटेल, नीलम करवरिया, विक्रमाजीत मौर्य, अवेधश चंद्र गुप्ता, दीपक पटेल, सुबोध सिंह, आशीष गुप्ता, सुशील मिश्र, नर सिंह, मृत्युंजय तिवारी, शशि वार्ष्णेय, तीर्थ राज पांडेय आदि मौजूद रहे। संगम तट पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पूर्व सीएम स्व.कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह भावुक भी हुए। उन्होंने अपनी पत्नी प्रेमलता सिंह, भाई सौरभ सिंह, पुत्र संदीप एवं परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में कहा कि बाबूजी हमेशा मेरे लिए जीवित रहेंगे। यही वजह है कि मैं उनके चित्र पर कभी माला नहीं चढ़ाऊंगा। कहा कि अयोध्या में सरयू और प्रयागराज में त्रिवेणी के साथ कुल चार स्थानों पर उनकी अस्थियों का विसर्जन कर चुका हूं, अब 16 सितंबर को वह हरिद्वार जाएंगे। वहां भी अस्थि विसर्जन करेंगे। कहा कि अयोध्या में राममंदिर का निर्माण शुरू होने के साथ ही बाबूजी का सपना पूरा हो गया। संगम तट पर विसर्जन का कार्य तीर्थ पुरोहित प्रदीप पांडे, आचार्य दीपू मिश्रा, उत्सव पाठक, आशुतोष पाठक, आशु तिवारी के द्वारा संपन्न कराया गया।