लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार अगले दो से तीन महीने के अंदर एक लाख सरकारी नौकरियों में भर्ती का विज्ञापन निकाल सकती है। इसमें सबसे ज्यादा नौकरियां पुलिस विभाग और शिक्षा विभाग में निकल सकती हैं। पुलिस विभाग में लगभग 25 हजार जवानों की भर्ती की जा सकती है तो शिक्षा विभाग में भी भारी संख्या में नौकरियां निकल सकती हैं। स्वास्थ्य विभाग में संविदा के स्तर पर सभी जिला अस्पतालों में भर्ती निकाले जाने की तैयारी चल रही है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले युवाओं के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की तरफ से इसे बड़ा कदम बताया जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक अकेले पुलिस विभाग में ही इस समय एक लाख से ज्यादा पद खाली हैं। सरकार पहले चरण में इसमें से 25 हजार सिपाहियों की भर्ती करेगी। इसके लिए पुलिस रिक्रूटमेंट बोर्ड को संस्तुति भी भेज दी गई है। यह प्रक्रिया जल्द शुरू करने की तैयारी है। शेष पदों की रिक्तियां बाद में भरी जाएंगी। इसी प्रकार जिला चिकित्सालयों में काम करने हेतु चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, टेक्निकल स्टाफ और अन्य सहयोगी स्टाफ की भर्ती करने की तैयारी है। इसके लिए भी भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इस वर्ग में सबसे ज्यादा नौकरियां नर्सिंग स्टाफ के लिए निकाली जाएंगी। इस वर्ग में भर्ती संविदा के आधार पर की जाएंगी। प्रदेश सरकार ने इसकी घोषणा कोरोना की तीसरी लहर से निबटने के लिए की थी। उत्तर प्रदेश भाजपा के एक नेता के अनुसार, कोरोना के दो साल में कामबंदी के कारण सरकार ज्यादा काम नहीं कर पाई। इसी कारण इस साल काम करने पर सबसे ज्यादा दबाव है। इसमें उन कार्यों को प्रमुखता दी जा रही है जिन्हें सरकार ने अपने चुनावी वायदे के रूप में युवाओं से किया था। इसके अलावा सरकार का सबसे ज्यादा फोकस नए रोजगारों के सृजन के जरिए ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है। भारी संख्या में सड़कों के निर्माण, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद जैसे क्षेत्रों में नए निवेश के जरिए नई कंपनियां स्थापित कर युवाओं को रोजगार देने की कोशिश हो रही है। नए एयरपोर्ट और फिल्मसिटी का काम तेज होने के साथ ही प्रदेश के युवाओं को भारी संख्या में रोजगार मिलेगा। कोरोना काल में लगभग 1.75 करोड़ मानव श्रम दिवस सृजित कर सरकार ने लोगों को मदद उपलब्ध कराई थी।चुनाव के अंतिम वर्ष में भर्ती निकालने पर कांग्रेस नेता विश्वविजय सिंह ने कहा कि सरकार नई भर्तियां कर केवल अपनी नाकामी छिपाना चाहती है। सच्चाई यह है कि पुलिस भर्ती में पास हो चुके 2500 से ज्यादा युवा अपनी नियुक्ति के लिए अभी भी रोज लखनऊ विधानसभा, मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन प्रदेश सरकार उन्हें नियुक्ति नहीं दे रही है, उलटे प्रदर्शन करने पर उन्हें पुलिस की लाठियां खानी पड़ रही हैं। सरकार को सबसे पहले उन युवाओं को नौकरी देना चाहिए जो भर्ती परीक्षा पास कर चुके हैं।