1 जनवरी से बदलने वाला है गूगल पे का ये नियम…
नई दिल्ली। विमुद्रीकरण के बाद से भारत में ऑनलाइन पेमेंट करने वालों की संख्या में काफी तेजी देखने को मिली है। डिजिटल क्रांति ने लेन देन की हमारी पारंपरिक व्यवस्था को बदलने का काम किया है। पहले जहां छोटी-छोटी लेन देने के लिए लोगों के समय की काफी बर्बादी होती थी। डिजिटल पेमेंटिंग सिस्टम के आने के बाद से अब वही काम कुछ सेकेंडों में हो जाता है। हालांकि आरबीआई भारत में हो रही डिजिटल लेन देन को लेकर समय समय पर कई बदलाव लेकर आता रहता है, ताकि लेन देन की हमारी व्यवस्था को सुरक्षित और सुगम बनाया जा सके। इसी कड़ी में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दिशा निर्देश पर गूगल पे 1 जनवरी 2022 से अपने नियम में बदलाव करने जा रहा है। इस बदलाव का सीधा असर गूगल पे के यूजर्स पर पड़ेगा। गूगल पे का ये नया नियम गूगल एड, गूगल प्ले स्टोर, यू-ट्यूब आदि पर भी लागू होगा। आने वाले इस नियम के मुताबिक गूगल पे 1 जनवरी 2022 से अपने ग्राहकों की कार्ड डिटेल्स का डाटा सेव नहीं करेगा। इससे पहले गूगल पे आपकी कार्ड से जुड़ी जानकारी जैसे उसकी एक्सपायरी डेट, कार्ड नंबर आदि को अपने सर्वर में सेव कर लेता था।इस नियम के आने के बाद गूगल पे ग्राहकों को पेमेंट करते वक्त अपनी कार्ड डिटेल्स को दोबारा दर्ज करके भुगतान करना होगा। आरबीआई के दिशा निर्देश पर गूगल पे मैन्युअल ऑनलाइन पेमेंट के नियम में ये बदलाव किया है। इस बदलाव से संवेदनशील जानकारियों के लीक होने का खतरा कम हो जाएगा। ऐसे में बढ़ते साइबर फ्रॉड की घटनाओं में भी कमी देखने को मिलेगी। इस बदलाव के बाद जो लोग मास्टर कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें एक नए फॉर्मेट में अपनी कार्ड डिटेल्स को सेव करने के लिए अथराइज्ड करना होगा। आप अपनी कार्ड डिटेल्स को दर्ज करके एक बार ही मैन्युअल भुगतान कर सकेंगे। वहीं दोबारा पेमेंट करने के लिए आपको दोबारा अपने कार्ड विवरण को दर्ज करना होगा। ये नए नियम 1 जनवरी 2022 से लागू हो जाएंगे।