2047 तक विश्व स्तरीय राजधानी बनाने में उद्योगों का है महत्वपूर्ण सहयोग
नई दिल्ली। आजादी के 100 साल बाद आधुनिक दिल्ली के निर्माण में कॉरपोरेट्स और उद्यमियों की अहम भूमिका है। वर्ष 2047 तक दिल्ली को विश्व स्तरीय राजधानी बनाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। शिक्षा, खेल सहित सभी क्षेत्रों में दिल्ली को अग्रणी स्थान पर पहुंचाने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार की ओर से की गई पहल दिल्ली 2047 पर बुधवार को हुई बैठक में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री(फिक्की) के महासचिव दिलीप चिनॉय ने ये बातें कहीं। दिल्ली डायलॉग एंड डवलेपमेंट कमीशन (डीडीसीडी) और फिक्की के सदस्यों के साथ हुई इस बैठक में दिल्ली को विश्व स्तरीय राजधानी बनाने में सभी पक्षों की भूमिका पर मंथन के बाद इसे आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई। इस दौरान डीडीसीडी के उपाध्यक्ष जस्मीन शाह ने कहा कि दिल्ली को आगे ले जाने में सभी पक्षों को एक मंच पर काम करना होगा, ताकि इस सपने को साकार कर सकें। दिल्लीञ्च2047 के जरिये कारपोरेट और औद्योगिक संगठनों के सहयोग से आधुनिक दिल्ली का निर्माण किया जा सकता है। डीडीसीडी एक ऐसा मंच है, जिससे दिल्ली के निर्माण को नई दिशा मिल सकती है। इसमें के सभी फिक्की के सदस्यों और कॉरपोरेट्स को दिल्ली सरकार के साथ सहयोग करना होगा। इस मौके पर डीसीसीडी की ओर से रीना गुप्ता ने दिल्ली 2047 के उद्देश्य और इसे मूर्त रूप देने के लिए योजनाओं की प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि सभी की भागीदारों से दिल्ली को सपनों का शहर बनाया जा सकेगा। इस मौके पर स्मार्ट ई के सह-संस्थापक और सीएमडी पलाश रॉय चौधरी ने दिल्ली 2047 के साथ सहयोग का भरोसा दिया तो कॉम्विजन इंडिया की सीईओ हरजीत कौर तलवार ने दिल्ली सरकार की परियोजना सहेली समन्वय केंद्र की सराहना करते हुए दिल्ली को सपनों की राजधानी बनाने के लिए महिलाओं की भागीदारी को जरूरी बताया। इस मौके पर सुजीत पाणिग्रही ने कहा कि जमीनी स्तर पर खेल और शिक्षा के बीच संतुलन जरूरी है।