नई दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआइडीएआइ) अस्पतालों में जल्द ही नवजात शिशुओं के लिए आधार पंजीकरण मुहैया कराने में जुटा है। प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सौरभ गर्ग ने कहा कि नवजात शिशुओं को आधार नंबर देने के लिए यूआइडीएआई जन्म पंजीयक के साथ गठबंधन करने केलिए प्रयास कर रहा है। सीईओ सौरभ गर्ग ने कहा कि 9.7 फीसद वयस्क आबादी आधार में पंजीकृत है। हमने 131 करोड़ आबादी का पंजीकरण कर लिया है और अब हमारा प्रयास नवजात शिशुओं का पंजीकरण करने के लिए है। बता दें कि हर वर्ष दो से ढाई करोड़ बच्चे जन्म लेते हैं। हम उन्हें आधार में पंजीकृत करने की प्रक्रिया में हैं। यूआइडीएआइ के सीईओ ने बताया कि जन्म लेने के बाद नवजात शिशुओं की सामान्य तस्वीर लेकर आधार कार्ड मुहैया कराया जाएगा। वहीं पांच साल से कम उम्र के बच्चे का हम बायोमेट्रिक नहीं ले सकते हैं, लेकिन इसे उसकी माता या पिता से लिंक किया जाएगा। पांच वर्ष पूरे कर लेने के बाद बच्चे का बायोमेट्रिक लिया जाएगा। वहीं 140 करोड़ बैंक खातों में से 120 करोड़ आधार से लिंक हैं। सीईओ सौरभ गर्ग ने कहा कि हम अपनी पूरी आबादी को आधार नंबर देने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं पिछले वर्ष हमने सुदूर इलाकों में 10,000 शिविर आयोजित किए, जहां हमें बताया गया कि कई लोगों के पास आधार नंबर नहीं हैं और 30 लाख लोग पंजीकृत किए गए। उन्होंने बताया कि हमने 2010 में पहला आधार नंबर आवंटित किया था। शुरू में जितना हो सके, उतने लोगों का पंजीकरण करने पर हमारा जोर था और अब हमारा ध्यान इसे अपडेट करने पर है। हर साल करीब 10 करोड़ लोग अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर अपडेट कराते हैं।