रेसिपी। साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण दिवाली के अगले दिन यानी आज 25 अक्टूबर को लग रहा है। सूर्यग्रहण लगने के 12 घंटे पहले से ही सूतक काल शुरू हो जाता है। ऐसे में 25 अक्टूबर को रात 03.17 बजे से सूतक काल शुरू हो जाएगा और ग्रहण खत्म होने के बाद शाम 05.42 पर सूतक काल खत्म होगा। सूतक काल और ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने पीने की मनाही की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसे अशुभ माना जाता है।
ग्रहण खत्म होने के बाद तिल से बनी चीजों को खाया जा सकता है। सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान कर भगवान को तिल से बनी चीज का भोग लगाना चाहिए और उसके बाद सबसे पहले तिल से ही बनी चीज खाना चाहिए। ऐसे में आज हम आपको तिल-गुड़ से बनी बर्फी बनाने की रेसिपी बताने जा रहे हैं, जिसे आप सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद खा सकते हैं।
तिल-गुड़ बर्फी बनाने के लिए सामग्री:-
तिल – 2 कप
गुड़ – 1 कप
इलायची पाउडर – 1 टी स्पून
बादाम – 8-10
देसी घी – 1/4 कप
तिल-गुड़ बर्फी बनाने की विधि:-
तिल और गुड़ से बनी बर्फी काफी स्वादिष्ट होती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले तिल को साफ करें और एक कड़ाही को गर्म कर उसमें तिल डालकर भूनें। तिल को लगातार चलाते हुए तब तक भूनना है जब तक कि इसका रंग हल्का गुलाबी न हो जाए। तिल के फूल जाने के बाद इसे एक बर्तन में निकालकर अलग रख दें। तिल को भुनने में 2-3 मिनट का ही वक्त लगता है। ज्यादा भूनने पर इसका स्वाद कड़वा लग सकता है।
अब एक कड़ाही में घी डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करें। जब घी पिघल जाए तो उसमें गुड़ के टुकड़े कर डाल दें। इसके बाद एक चौथाई कप पानी मिला दें। अब इसे तब तक पकाना है जब तक कि गुड़ पिघल न जाए। इस दौरान बीच-बीच में इसे चलाते भी रहें। थोड़ी देर में गुड़ की चाशनी तैयार हो जाएगी। जब तक चाशनी बन रही है उस दौरान तिल को मिक्सी की मदद से दरदरा पीस लें।
अब चाशनी में पिसी हुई तिल को डालकर करछी से अच्छी तरह से मिक्स कर दें। इस दौरान गैस धीमी आंच पर रहने दें और इसे पकने दें। इसके बाद मिश्रण में इलायची पाउडर मिक्स कर दें। इसे तब तक पकाते रहें जब तक कि मिश्रण जमने लायक गाढ़ा न हो जाए। इसके बाद एक थाली या ट्रे में घी लगाकर उसे चिकना कर लें। अब इसमें बर्फी का मिश्रण डालकर चारों ओर फैला दें।
अब चम्मच की मदद से मिश्रण को एक समान कर दें और ऊपर से कटे हुए बादाम डालकर गार्निश करें और चम्मच की मदद से हल्के से दबा दें। अब बर्फी को जमने के लिए कुछ देर छोड़ दें। जब बर्फी सैट हो जाए तो चाकू की मदद से बर्फी को मनचाहे आकार में काट लें। तिल और गुड़ से बनी स्वादिष्ट बर्फी तैयार हो चुकी है। ग्रहण के बाद भगवान को भोग लगाकर इसे आप खा सकते हैं।