लखनऊ। भारत निर्मित कफ सिरप पर सवाल उठने के बाद उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी ड्रग इंस्पेक्टरों को कफ सिरप पर निरंतर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों में थोक एवं फुटककर विक्रेताओं के यहां से नियमानुसार कफ सिरप के सैंपल लिए जाएंगे ताकि किसी कंपनी के कप सिरप मानक के मुताबिक न हों तो सुधार करवाया जा सके।
गाम्बिया के बाद उज्बेकिस्तान ने भारत निर्मित कफ सिरप पर संदेह जताया है। यह सिरप गाजियाबाद से बना था। ऐसे में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग अलर्ट हो गया है। क्योंकि सर्दी के मौसम में अलग-अलग कंपनियों के कफ सिरप की खपत बढ़ गई है। ऐसे में एफएसडीए के उप आयुक्त एके जैन ने सभी ड्रग इंस्पेक्टरों से हर स्तर पर निगरानी करते रहने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने निर्देश दिया है कि एक ही कंपनी के सैंपल अलग- अलग जिलों दुकानों से लेते समय यह ध्यान रखें कि बैच नंबर अलग हो। ताकि ज्यादा से ज्यादा बैच नंबर की जांच हो सके। यदि कोई बैच नंबर अधोमानक माना जाता है तो उसे ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। उप आयुक्त ने दुकानदारों से अपील की है कि थोक दुकानों से कफ सिरप लेते समय बिल बाउचर दुरुस्त रखें। बिना बिल के फुटकर दुकान पर रखी गई दवा पकड़ी गई तो सख्त कार्रवाई होगी।