नई दिल्ली। चीन से सटे लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में भारतीय सेना की ताकत और बढ़ गई है। लद्दाख सेक्टर में सेना की फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स को स्वदेश में निर्मित तेज गति से चलने वाले बख्तरबंद वाहन मुहैया कराए गए हैं। यह वाहन लद्दाख सेक्टर में त्वरित सैन्य ऑपरेशन में सक्षम होंगे।
इन 4×4 बख्तरबंद वाहनों को त्वरित प्रतिक्रिया बल में शामिल किया गया है। भारत में इन वाहनों को निजी क्षेत्र की फर्मों ने बनाया है। 4×4 बख्तरबंद वाहनों की पहली खेप जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के लिए तैयार की गई है। ये वाहन कठिन और चुनौतीपूर्ण इलाकों में सैन्य क्षमताओं में इजाफा करेंगे।
इन वाहनों की जम्मू कश्मीर के लिए पहली खेप औपचारिक रूप से उधमपुर स्थित कमान मुख्यालय में भारत फोर्ज लिमिटेड के अधिकारियों से जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ उत्तरी कमान, लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने प्राप्त की थी। उत्तरी कमान ने त्वरित प्रतिक्रिया बल के लिए इन वाहनों को तैनात किया।
क्यूआरएफ सेना की खास इकाई है। यह आपात स्थितियों में तेजी से सैन्य कार्रवाई करने में सक्षम है। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में बीते दो वर्षो से चीन व भारत के बीच सैन्य गतिरोध कायम है। कुछ इलाकों से दोनों देशों की सेना हटा ली गई है, लेकिन कई क्षेत्रों को लेकर अब भी विवाद कायम है।