जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में अब कृषि भूमि का गैर कृषि कार्यों में उपयोग किया जाएगा। इस दौरान नए नियमों से अब कृषि भूमि के गैर कृषि उद्देश्यों के लिए अनियंत्रित बदलाव पर रोक लग सकेगी। बीते दिनों एलजी मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई प्रशासनिक परिषद की बैठक में इसकी मंजूरी मिल गई। वहीं परिषद ने एक अन्य फैसले में जम्मू व पांपोर में मेडिसिटी को भी मंजूरी दे दी है। यहां के लोगों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। कृषि भूमि के इस्तेमाल में बदलाव की मंजूरी के संबंधी फैसले का उद्देश्य अनाज की पैदावार को बढ़ावा देने के साथ-साथ औद्योगिक और सर्विस सेक्टर को भी बढ़ावा देना है, ताकि रोजगार का सृजन भी हो सके। वहीं नए नियमों से जम्मू-कश्मीर भूमि प्रयोग के मामले में देश के अन्य अग्रणी राज्यों की कतार में खड़ा हो गया है। वहीं जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के बाद भी भूमि राजस्व अधिनियम में हुए बदलावों के बाद नियमों में बदलाव की भी जरूरत थी। इससे केंद्र शासित प्रदेश के लोगों की विकास की आकांक्षाओं को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।