मणिपुर। मणिपुर में लगातार भारी बारिश के कारण भूस्खलन की चपेट में आने से टेरिटोरियल आर्मी के 50 से अधिक जवान इसकी चपेट में आ गए। यह घटना तुपुल रेलवे स्टेशन के पास हुई है। अब तक छह लोगों के शव बरामद किए गए हैं जबकि कई लोग मलबे में दबे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक13 जवानों को रेस्क्यू कर लिया गया है जबकि, 7 जवानों के शव बाहर निकाले जा चुके हैं। अभी भी 30-40 से ज्यादा जवान दबे हुए हैं। मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह इसे लेकर एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। घायलों की मदद के लिए डॉक्टरों की एक टीम मौके पर रवाना हो गई है।
घायलों को इलाज के लिए नोनी आर्मी मेडिकल यूनिट लाया गया है। भूस्खलन के वजह से इजाई नदी का प्रवाह प्रभावित हुआ है। यह नदी तामेंगलोंग और नोनी जिलों से होकर बहती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ नागरिकों के भी मलबे में दबे होने की आशंका है।
एक अधिकारी ने कहा कि, खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू मिशन में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। सेना के हेलिकॉप्टर भी मौके पर पहुंच चुके हैं।
निचले इलाकों में तबाही का खतरा:-
जिला प्रशासन ने आस-पास के ग्रामीणों को सावधानी बरतने और जल्द से जल्द खाली करने की एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में कहा गया है कि मलबे की वजह से इजाई नदी ब्लॉक हो गई है। जिससे एक ही जगह पर जल भराव के कारण बांध जैसी स्थिति बन गई है। अगर यह टूट गया तो निचले इलाकों में और ज्यादा तबाही मच सकती है।
असम और मणिपुर समेत पूर्वोत्तर के कई राज्यों में लगातार बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। असम में तो 10 दिनों में अब तक करीब 135 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि लाखों लोग प्रभावित हैं।