मैड्रिड। हाल ही में स्पेन स्थित यूनिवर्सिटी आफ ग्रेनाडा की सैंड्रा मार्टिन-पेलेज के नेतृत्व में हुए अध्ययन में शोधार्थियों ने पाया कि बुजुर्गो में दिल की बीमारियों का खतरा अवसाद (डिप्रेशन) के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ है। शोध निष्कर्ष ‘प्लोस वन’ नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
अवसाद (डिप्रेशन) और हृदय रोग की वजहें लगभग एक जैसी ही होती हैं। इनमें सूजन और तनाव शामिल हैं। यह अध्ययन दिल की बीमारियों पर अवसाद के प्रभाव का एक दुर्लभ विश्लेषण हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए 55-75 आयु वर्ग के पुरुषों व 60-75 आयु वर्ग की महिलाओं पर अधिक वजन या मोटापे के साथ मेडिटेरियन डाइट (सभी तरह की फल, सब्जियां व अनाज वाला भोजन) के प्रभाव का विश्लेषण किया गया था। इस अध्ययन के प्रारंभ में ही हृदय रोग व एंडोक्राइन बीमारियों से मुक्त 6,545 लोगों को शामिल किया गया। शोधकर्ताओं ने बताया कि दिल की बीमारियों का खतरा अवसाद से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था में महिलाओं में अवसाद के कारण दिल की बीमारियों का खतरा अपेक्षाकृत ज्यादा होता है।