हिमाचल प्रदेश। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पावंटा साहिब स्थित इंडियन टेक्नोमैक कंपनी की संपत्ति अटैच करने के बाद राज्य आबकारी एवं कराधान विभाग ने कंपनी की कुल संपत्ति की नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश पर विभाग ने इसको लेकर सील्ड टेंडर बुलाए हैं। आगामी 28 दिसंबर को विभाग के सभी कार्यालयों में इसकी खुली नीलामी की जाएगी। इंडियन टेक्रनोमैक कंपनी ने बैंकों व विभाग के साथ कथित धोखाधड़ी कर करीब 4300 करोड़ के घोटाले को अंजाम दिया था। जिस पर सीबीआई कंपनी से जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी भी की है। इसके अलावा ईडी ने संबंधित कंपनी को अटैच किया है। परवाणू स्थित आबकारी एवं कराधान (एनफोर्समेंट जोन) के संयुक्त आयुक्त जीडी ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि विभाग की कंपनी से करोड़ों की लेनदारी है। हाईकोर्ट के आदेश पर कंपनी की 308.8 करोड़ की चल-अचल संपत्ति की नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आगामी 28 दिसंबर को विभाग के सोलन व शिमला समेत सभी कार्यालयों में इसकी नीलामी की जाएगी जिसके लिए टेंडर मांगे हैं। इस कंपनी की पावंटा साहिब में यूनिट है और यह कंपनी लौह-अलौह धातुओं के निर्माण से जुड़ी है। बैंकों से धोखाधड़ी करने के आरोप में आरबीआई की सलाह पर बैंक ऑफ इंडिया ने मई 2015 में कंपनी के खाते को एनपीए से हटाने के बाद फरवरी 2016 में इसे धोखाधड़ी घोषित कर दिया था। 4300 करोड़ के घोटाले में फंसे कंपनी के एमडी राकेश शर्मा और निदेशक विनय शर्मा समेत 14 आरोपियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार्जशीट दाखिल की थी।