गणतंत्र दिवस की झांकियों में दिखा अयोध्या का ‘दीपोत्सव’, भगवान कृष्ण का ‘विराट स्वरूप’

नई दिल्ली। आज पूरा भारत 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ पर परेड, एयर शो और झांकियों को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुटी। इस बार की परेड भी बेहद खास अंदाज में हुई। परेड में कुल 23 झांकियां देखने को मिलीं। सभी झांकियों की थीम भी अलग-अलग थी। इनमें 17 झांकियां देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की जबकि छह अलग केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की थीं। हिमाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान और दिल्ली की झांकी अबकी बार परेड में नहीं थी।

  1. यूपी की झांकी:-
    कर्तव्य पथ पर निकलने वाली झांकियों में देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की खूबसूरत झांकी भी देखने को मिली। इस बार झांकी की थीम अयोध्या का भव्य दीपोत्सव था। पिछले तीन साल में यह दूसरा मौका है जब यूपी की थीम रामनगरी अयोध्या पर आधारित रही। इसे देख हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा कर्तव्यपथ गूंज उठा।
  2. मानसखंड की थीम पर उत्तराखंड की झांकी:-
    उत्तराखंड ने भी गणतंत्र दिवस की परेड के लिए खूबसूरत झांकी तैयार की थी। उत्तराखंड की झांकी की थीम मानसखंड रखी गई थी। तीन भागों में बंटी इस झांकी का हर हिस्सा उत्तराखंड की विरासत को दर्शाता है। झांकी में दुनियाभर में मशहूर कॉर्बेट नेशनल पार्क में घूमते हुए बारहसिंघा और विभिन्न पक्षियों को दिखाया गया है।
  3. गुजरात की झांकी में पीएम मोदी के भाई:-
    गणतंत्र दिवस की परेड में हर किसी की नजर गुजरात की झांकी पर रही। ऐसा इसलिए भी क्योंकि इस झांकी को पीएम मोदी के भाई पंकज मोदी ने लीड किया। पंकज मोदी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि गुजरात एक ऐसा राज्य है जो देश और दुनिया को एक नई दिशा देता है। इस बार की झांकी में भी नई दिशा और प्रेरणा देने का प्रयास है। गुजरात में एक मोटेरा गांव है जहां सौर ऊर्जा से 24 घंटे बिजली पैदा होती है।
  4. नए कश्मीर की झलक ने जीता दिल:-
    जम्मू-कश्मीर की झांकी ने भी सबका दिल जीत लिया। जम्मू कश्मीर की थीम तीर्थयात्रियों और पर्यटन क्षमता की पृष्ठभूमि में नया जम्मू कश्मीर रहा। झांकी में एक जंगल को दिखाया गया है जिसमें तेंदुआ, कश्मीरी बारहसिंघा और तीतर हैं, जबकि बीच के हिस्से में ट्यूलिप गार्डन और लैवेंडर की खेती और उस पर काम कर रही महिलाओं को दिखाया गया है। झांकी के बीच के हिस्से में मिट्टी के घरों को दिखाया गया है, जो कि पर्यटकों को मौसम के अनुकूल रहने के लिए प्रचारित किया गया है। नए कश्मीर के नए रंग को देख हर कोई दंग हो गया।
  5. नशे के खिलाफ एनसीबी की झांकी:-
    पहली बार गणतंत्र दिवस की झांकी में नारकोटिक्स ब्यूरो ने भी हिस्सा लिया। गृहमंत्रालय के अधीन आने वाले इस विभाग की झांकी की थीम नशा मुक्त भारत रही। ये झांकी भारत को नशा मुक्त भारत बनाने के संकल्प को दर्शाती है। झांकी ने ड्रग्स के खिलाफ भारतवर्ष के सशक्त संकल्प को प्रदर्शित किया। इसके अलावा झांकी के दोनों तरफ देश के अलग-अलग राज्यों के लोगों को वृक्ष कटौती के खिलाफ संकल्प लेते हुए दिखाया गया है। झांकी के निचले हिस्से में दो हाथों को मिलाकर नशे के खिलाफ सबकी सहभागिता और एकजुटता को भी दिखाया गया है।
  6. हरियाणा ने भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप को दिखाया:-
    हरियाणा की झांकी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के थीम पर आधारित थी। इसमें चार अश्वों द्वारा खींचे जाने वाले रथ का एक विशाल मॉडल इसका मुख्य आकर्षण रहा। झांकी में भगवान कृष्ण को कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान में अर्जुन के सारथी के रूप में और उन्हें उपदेश देते हुए दिखाया गया झांकी के सामने के हिस्से में भगवान कृष्ण को उनके ‘विराट स्वरूप’ रूप में दिखाया गया।
  7. पश्चिम बंगाल की झांकी:-
    पश्चिम बंगाल की झांकी में देवी दुर्गा की पवित्र छवि दिखाई गई। पश्चिम बंगाल की झांकी में कोलकाता की दुर्गा पूजा को दर्शाया गया और यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में इसके शामिल होने का जश्न मनाया गया।
  8. लद्दाख की खूबसूरती को दिखा गई झांकी:-
    लद्दाख की तरफ से भी झांकी का प्रदर्शन हुआ। इसमें लद्दाख की खूबसूरती को प्रदर्शित किया गया। केंद्र शासित प्रदेश की परंपरा और त्योहारों की झलक भी दिखाई गई।
  9. जनजातीय कार्य मंत्रालय की झांकी देख लोग हुए मंत्रमुग्ध:-
    जनजातीय कार्य मंत्रालय की ओर से भी कर्तव्य पथ पर परेड में झांकी का प्रदर्शन हुआ। इसे देख हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। झांकी के सबसे आगे के हिस्से में एक बच्ची को पढ़ाई करते हुए दिखाया गया। पूरी झांकी के जरिए जनजातीय वर्ग के बच्चों की शिक्षा पर जोर दिया गया।
  10. कृषि अनुसंधान परिषद ने खुशहाल किसानों की दिखाई झलक:-
    कृषि अनुसंधान परिषद ने भी झांकी का प्रदर्शन किया। इसमें खेती को लेकर हुए तमाम शोध के साथ-साथ खुशहाल किसानों की झलक दिखाने की कोशिश हुई।

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