नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले भाजपा के कार्यकारिणी की बैठक संसद भवन में हुई। इसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा कार्यकारिणी के सभी सदस्य मौजूद रहे। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई अन्य बड़े नेता पहुंचे। इसके बाद एनडीए की भी अहम बैठक शुरू हुई। बताया जा रहा है कि इस दौरान शीतकालीन सत्र के लिए खास रणनीति बनाई गई। इस दौरान नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने जहां नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को वापस लेने की मांग की वहीं जदयू, अपना दल, आरपीआई जैसे दल जातिगत जनगणना के मामले में सरकार से स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की। एनपीपी की नेता अगाथा संगमा ने कहा कि मैंने सीएए को वापस लेने की मांग रखी है। इस कानून के कारण पूर्वोत्तर में लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों के पास नागरिकता से संबंधित ठोस दस्तावेज नहीं हैं। इसी कारण असम में जनजाति वर्ग के कई लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। संगमा ने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों की भावनाओं का आदर किया जाना चाहिए। इसके बाद राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने अपने आवास पर राज्यसभा फ्लोर लीडर्स की बैठक बुलाई। इसमें कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा शरद पवार, रामदास अठावले, डेरेक ओब्रायन समेत कई नेता शामिल हुए। इस दौरान नायडू ने सभी से सदन की शांतिपूर्वक कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया है।