जम्मू-कश्मीर। सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 अधिकारियों और जवानों को वीरवार शाम को कश्मीरी युवाओं ने मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। सेव यूथ सेव फ्यूचर फाउंडेशन द्वारा लाल चौक पर स्थित घंटाघर में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में युवा इजरत अमीन ने कहा कि जिस तरह का सीडीएस जनरल बिपिन रावत का कश्मीर के साथ संबंध रहा है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। इजरत ने कहा कि सीडीएस जनरल बिपिन रावतने घाटी में अमन की शुरुआत की थी। वह लोगों को हिंसा का त्याग करने को कहते थे। इजरत ने कहा, जब तक हम जिंदा हैं, हम सभी युवा उनके इस मिशन को आगे बढ़ाएंगे। वहीं अन्य युवक वजाहत फारूक भट ने कहा, बिपिन रावत ने कश्मीरियों को एक सपना दिखाया था, जिसे उन्होंने साकार किया। अवाम और सेना के बीच की दूरियों को भी कम किया। हमारे लिए उनका जाना बेहद दुख की बात है। श्रद्धांजलि समारोह में पहुंचे लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा कि उन्होंने जब टीवी पर युवाओं को श्रद्धांजलि देते हुए देखा तो उनसे रहा नहीं गया और वह सीधे यहां पहुंच गए। उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत न केवल सेना के जनरल थे बल्कि वह लोगों के साथ भी जुड़े हुए थे। उनके पास लोगों के लिए समय था। वहीं आईजीपी विजय कुमार ने कहा कि सीडीएस जनरल बिपिन रावतहम लोगों के आदर्श हैं। जब वो सेक्टर कमांडर सोपोर थे तब मैं एसएसपी कुपवाड़ा था। उनसे काफी मुलाकात होती रहती थी। हाल ही में जुलाई में राष्ट्रपति के दौरे के दौरान भी मुलाकात हुई। वह हमारे प्रेरणा स्त्रोत हैं।