राजधानी में सुबह-शाम सैर सपाटा करने वालों की संख्या हुई कम…
नई दिल्ली। राजधानी में दिवाली के बाद बढ़े प्रदूषण के स्तर ने सुबह एवं शाम को सैर सपाटा करने वालों को घरों में रहने पर को मजबूर कर दिया है। प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंचने के कारण अधिकतर लोगों ने सुबह एवं शाम को पार्कों एवं सड़कों पर घूमना बंद कर दिया है। दरअसल उनका मानना है कि प्रदूषण के कारण वे बीमार हो सकते है। राजधानी में सुबह एवं शाम को बड़ी संख्या में लोग लोधी गार्डन, नेहरू पार्क, तालकटोरा गार्डन, बुद्धा गार्डन, मिलेनियम पार्क, द्वारका, जनकपुरी, पश्चिम विहार आदि जगह स्थित डिस्ट्रिक पार्क में सैर सपाटा करने आते है, लेकिन दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बाद इन स्थानों में सैर सपाटा करने के लिए आने वाले लोगों की संख्या में कम हो गई है। लोगों का मानना है कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने की वजह से सैर सपाटे के दौरान उन्हें स्वास्थ्य लाभ के बजाए नुकसान हो सकता है। वह कई बीमारियों की चपेट में आ सकते है। लोधी गार्डन में घूमने वाले डॉ. आरएम सोहेल ने बताया कि यहां भी प्रदूषण का स्तर काफी अधिक रहता है। इस कारण दो दिन से पार्क में घूमने वालों की संख्या कम हो गई है। उन्हें भी घूमने के साथ खांसी होती है, जबकि वह दो मास्क लगाकर घूमते हैं। तालकटोरा गार्डन में घूमने आई विकासपुरी निवासी रिया ढल के अनुसार प्रदूषण के कारण पार्क में घूमना मुश्किल हो गया है। वह यहां आने के बजाए जिम में जाने की सोच रही हैं। उधर द्वारका स्थित डिस्ट्रिक पार्क में नियमित तौर पर घूमने के लिए आने वाली महिला गीता बताती हैं कि प्रदूषण के कारण कोहरा सा छाया रहता है, उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती है। इस वजह से उन्होंने तीन दिन से पार्क में जाना बंद कर दिया है, वहीं जनकपुरी स्थित डिस्ट्रिक पार्क में सैर करने वाले जयप्रकाश शौकीन के अनुसार प्रदूषण का स्तर बढ़ने के बाद से उनकी आंखों में जलन होनी शुरू हो गई है। लिहाजा उन्होंने पार्क में घूमने के लिए आने से परहेज करना शुरू कर दिया है।