चेस्ट इंफेक्शन के कारण हो सकती है सांस लेने में परेशानी…

हेल्‍थ। बैक्टीरिया या वायरस के कारण चेस्ट में इंफेक्शन हो जाता है। चेस्ट इंफेक्शन की वजह से कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चेस्ट इंफेक्शन से सबसे ज्‍यादा दिक्कत सांस लेने में हो सकती है। चेस्ट में इंफेक्शन का अधिकतर कारण ब्रोंकाइटिस वायरस होता है और किसी इनफेक्टेड व्यक्ति के संपर्क में आने से यह शरीर में तेजी से फैल सकता है।

ज्यादातर चेस्ट इंफेक्शन का खतरा बुजुर्गों, छोटे बच्चों, धूम्रपान करने वालों, गर्भवती महिलाओं या मोटापे से शिकार लोगो में पाया जाता है। चेस्ट इंफेक्शन में ज्यादा खांसी के साथ गले में बलगम फंसने से सांस लेने में परेशानी होने लगती है। आइए जानते हैं चेस्ट इंफेक्शन के लक्षण और बचाव के उपाय-

चेस्ट इंफेक्शन के लक्षण :-

-खांसी के साथ गीला बलगम आना।

-बोलते समय गले में घरघराहट होना।

– बुखार और सिर दर्द चेस्ट इन्फेक्शन के लक्षण होते हैं।

-गले में घुटन और सांस लेने में परेशानी होना।

-सीने में हर समय बेचैनी होना।
-मांसपेशियों और पूरी बॉडी में पेन होना।
-हर समय कमजोरी और थका हुआ महसूस होना।
-पीला और हरा बलगम आना।

चेस्ट इंफेक्शन से बचने के घरेलू उपचार:-  
– बुखार या दर्द होने पर डॉक्टर से परामर्श की गई एंटीबैक्टीरियल दवाई ले सकते हैं।
-गले से बलगम निकालने के लिए ओटीसी डिकॉन्गेस्टेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
-ज्यादा से ज्यादा लिक्विड चीजों का सेवन करें और खुद को हाइड्रेटेड रखें। इससे बलगम गले में नहीं फंसेगा और सांस लेने में आसानी होगी।

-दिन में दो से तीन बार इनहेलर या स्टीम ज़रूर लें।
-रात में सोते वक्त सीधे लेटने से बचें। ऐसा करने से चेस्ट में बलगम जमा हो सकता है। सोते समय सिर के नीचे तकिया रख सकते हैं।
-गले में तकलीफ होने पर हल्का गर्म पानी में शहद और नींबू डालकर पीने से राहत मिलती है।
-स्मोकिंग करने से बचें और धुएं वाली जगह पर न जाएं।

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