रोचक जानकारी। अंतरिक्ष में बढ़ रहे कबाड़ (Space junk) की समस्या का हल दुनियाभर के वैज्ञानिक खोजने में जुटे हैं। चीन के वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक खोजने का दावा किया है, जिससे अंतरिक्ष के कबाड़ को साफ किया जा सकता है। शंघाई एकेडमी ऑफ स्पेसक्राफ्ट टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों के अनुसार, हाल ही में उन्होंने इस तकनीक का परीक्षण किया।
रिपोर्ट के अनुसार, लॉन्ग मार्च 2डी रॉकेट को कक्षा से बाहर धकेलने के लिए चीनी वैज्ञानिकों ने ‘ड्रैग सेल’ का इस्तेमाल किया। इसने सफलतापूर्वक सफाई की। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह समाधान काफी सस्ता होगा, क्योंकि ये तकनीक आसानी से बनाई जा सकती है। यह लगभग सभी प्रकार के उपग्रहों पर प्रभावी होगी। चूंकि इसमें उपयोग की जाने वाली सामग्री हल्की और लचीली होती है, इसलिए इसे अंतरिक्ष यात्रा के दौरान यान के अंदर भी रखा जा सकता है।
कबाड़ हुए 5 हजार से ज्यादा उपग्रह:-
एक अनुमान के मुताबिक,अब तक विभिन्न देशों के करीब नौ हजार उपग्रह अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किए जा चुके हैं। इनमें से पांच हजार से ज्यादा अब काम नहीं कर रहे हैं। ये कबाड़ के रूप में दूसरे उपग्रहों के लिए दिक्कतें पैदा कर रहे हैं।
अमरीका और चीन का कचरा ज्यादा:-
नासा की रिपोर्ट के अनुसार, अंतरिक्ष में बेकार उपग्रहों के 19 हजार से ज्यादा टुकड़े चक्कर लगा रहे हैं। इन टुकड़ों में से 34 फीसदी अमरीका और सिर्फ 1.07 फीसदी भारत के हैं। भारत से करीब 20 गुना ज्यादा कचरा चीन का है।