हेल्थ। आज के समय में सभी काम कम्प्यूटर के द्वारा ही किए जा रहें है इस समय बच्चे हो या बड़े सभी लोग ही समय मोबाइल, लेपटॉप, टीवी में लगे पड़े रहते है। जिससे सबसे ज्यादा आंखों पर असर पड़ रहा है। जबकि इस मामले में प्रदूषण भी कुछ पीछे नही है। ऐसे में तो मानों जैसे आंखों पर संकट सा छा गया है। ऐसे दौर में आंखों की रोशनी को तेज करना किसी चुनौती से कम नहीं है। हालांकि हम लेपटॉप या कंप्यूटर पर काम न करें, यह भी संभव नहीं है। ऐसे में आंखों की सेहत के लिए हमें पर्याप्त पोषक तत्वों की जरूरत होती है। हांलाकि ऐसा मानना है कि आंखों के सेहत के लिए सिर्फ विटामिन ए ही काफी है लेकिन एक्सपर्ट की मानें तो आंखों की सेहत को मजबूत बनाने के लिए 9 तरह के विटामिंस और कई अन्य पोषक तत्वों की जरूरत पड़ती है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक बताया जाता है कि आंखों की रोशनी को तेज करने के लिए विटामिन ए के अलावा विटामिन ई, विटामिन सी, विटामिन बी 6, बी 9, बी 12, राइबोफ्लेविन, नियासिन, लूटिन, जेक्सांथिन, ओमेगा 3 फैटी एसिड, थियामिन जैसे पोषक तत्वों की जरूरत होती है। तो चलिए जानते है कि कौन से विटामिन आंखो के लिए कैसे फायदेमंद है।
विटामिन ए – आंखों की सेहत में विटामिन ए की बहुत अधिक भूमिका है। विटामिन ए आंखों की बाहरी परत कॉर्निया को मजबूत बनाता है। इसके अलावा विटामिन ए के कारण है कम रोशनी में हमें दिखाई देता है। विटामिन ए की कमी से रतौंधी की बीमारी होती है। विटामिन ए के लिए शकरकंद, हरी पत्तीदार सब्जी, पंपकिन, शिमला मिर्च का सेवन करना चाहिए।
विटामिन ई – विटामिन ई एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट्स है जो आंखों की कोशिकाओं की रक्षा करता है। यह फ्री रेडिकल्स और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण आंखों की हुई क्षति से बचाता है। विटामिन ई के लिए बादाम, सीड्स, सैलमन, सीड्स ऑयल, एवोकाडो, हरी पत्तीदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
विटामिन सी – विटामिन सी भी विटामिन ई की तरह एंटीऑक्सीडेंट्स है जो आंखों को फ्री रेडिकल्स के दुष्प्रभाव से बचाता है। विटामिन सी कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाता है जो आंखों की संरचना को सुंदर बनाने के लिए जरूरी है। विटामिन सी मोतियाबिंद के जोखिम को कम करता है। विटामिन सी के लिए साइट्रस फ्रूट, शिमला मिर्च, फूलगोभी, केले आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन बी 6, 9 और बी 12 – विटामिन बी 6, 9 और विटामिन बी 12 आंखों में इंफ्लामेशन नहीं होने देता है। यदि आंखों में सूजन हो जाए तो एएमडी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इन विटामिंस के लिए मटन, सार्डिन मछली, बादाम, पंपकिन सीड्स, साबुत अनाज, टून, ट्रोट आदि का सेवन करना चाहिए।
राइबोफ्लेविन – राइबोफ्लेविन विटामिन बी एक एक प्रकार है। इसे विटामिन बी 2 कहते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट्स होता है जो बॉडी में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होने से आंखों को राहत मिलती है। विटामिन बी 2 के लिए दूध, ओट्स, छाछ, मटन, साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए।