नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो के पिंक लाइन कॉरिडोर पर ड्राइवरलेस मेट्रो सेवा का शुभारंभ हो गया। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली मेट्रो की 59 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन (मजलिस पार्क से शिव विहार) पर ड्राइवरलेस ट्रेन परिचालन (डीटीओ) का उद्घाटन किया। अब दिल्ली मेट्रो का पूरी तरह से ऑटोमेटिक नेटवर्क बढ़कर लगभग 97 किमी हो गया है, जो दुनिया में चौथा सबसे बड़ा और भारत में एकमात्र डीटीओ नेटवर्क है। भारत इस सुविधा वाले दुनिया के चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है। मेजेंटा लाइन पर डीटीओ सुविधा वर्ष 2020 में शुरू की गई थी, जिसके साथ दिल्ली मेट्रो ने दुनिया के सात प्रतिशत मेट्रो के एक ऐसे एलीट ग्रुप में प्रवेश किया जो पूरी तरह से स्वचालित मेट्रो नेटवर्क संचालित करते हैं। पिंक लाइन की कुल लंबाई 58.43 किलोमीटर है। इसके दायरे में 38 स्टेशन हैं। इनमें 26 एलिवेटेड जबकि 12 भूमिगत स्टेशन हैं। मार्च 2018 से अगस्त 2021 के दौरान पांच चरणों में पिंक लाइन कॉरिडोर पर टुकड़ों में अलग-अलग सेक्शन पर मेट्रो सेवाएं शुरू हुईं। दिल्ली मेट्रो के सबसे लंबे कॉरिडोर के पूरा होने के तीन महीने बाद ही इसे दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने ड्राइवरलेस कर, एक नई कामयाबी हासिल कर ली है। मजेंटा लाइन पर मेट्रो सेवाएं जब ड्राइवरलेस हुई थी तो पहले दिन यात्रियों को जब इसकी जानकारी मिली तो कुछ यात्री बीच के स्टेशनों पर ही उतर गए और दूसरे परिवहन साधनों को अपनाया।