दिल्ली विश्वविद्यालय ने दाखिला नियमों में किया परिवर्तन…

एजुकेशन। एनटीए की ओर से सीयूईटी का रिजल्ट जारी किया जा चुका है। अब छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले का इंतजार है। छात्र सीयूईटी स्कोर कार्ड में दिए गए पर्सेंटाइल अंकों व नार्मालाइज्ड अंकों में उलझे हुए हैं। छात्रों को पर्सेंटाइल अंकों में उलझने की जरूरत नहीं है। डीयू में पहले की तरह छात्रों के सर्वश्रेष्ठ चार विषयों के अंकों को ही देखा जाएगा।

डीयू की मेरिट चार विषयों के सीयूईटी में प्राप्त नार्मलाइज्ड अंकों को जोड़ कर तैयार की जाएगी। जिन कोर्सेज के पात्रता मानदंड एक समान होंगे, उनके लिए कॉमन मेरिट लिस्ट जारी होगी।

डीयू डीन दाखिला डॉ हनीत गांधी के अनुसार, किसी एक कोर्स या ग्रुप ऑफ कोर्स की मेरिट की केलकुलेशन छात्रों द्वारा उस कोर्स में प्राप्त किए सर्वश्रेष्ठ चार विषयों के नॉर्मलाइज्ड अंकों को जोड़ कर तैयार होगी। डीयू में अधिकतर प्रोग्राम में दाखिले के लिए एक भाषा व चार एकेडेमिक विषयों को ही मेरिट का आधार बनाया जाएगा।

सीयूईटी में दिए गए जनरल टेस्ट को बीए प्रोग्राम व बीकॉम में माना जाएगा। छात्र के लिए जरूरी है कि कोर्स व कॉलेज का चयन करने से पहले उस कोर्स के पात्रता मानदंड व अपना सीयूईटी स्कोर जरूर चेक करे। पंजीकरण प्रक्रिया व कॉलेज व कोर्स चयन प्रक्रिया 10 अक्तूबर को समाप्त हो जाएगी।

इसके बाद डीयू के पास सभी आवेदकों का डेटा होगा। इस डेटा में कोर्स व कॉलेज की वरीयता व सभी विषयों का सीयूईटी स्कोर भी होगा। छात्र को जिस कोर्स में दाखिला चाहिए, उसके लिए जिन विषयों की जरूरत है। उन चार बेस्ट फोर विषयों के नॉर्मलाइज्ड अंकों को जोड़ा जाएगा और मेरिट तैयार होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *