डिपो में बुनियादी सुविधाओं की हो रही है तैयारी…
नई दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए परिवहन विभाग ने भी कमर कस ली है। इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर दौड़ाने की तैयारियां तेज कर दी गई है। दिल्ली सरकार की कोशिश है कि साल के अंत तक दिल्ली परिवहन निगम(डीटीसी)की ई बसों में यात्रियों को सफर का मौका मिलने की उम्मीद है। इसके लिए दिल्ली के चार बस डिपो में ई बसों के लिए बुनियादी सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। ई बसों के चलने से यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त सार्वजनिक परिवहन के साथ साथ प्रदूषण में भी कमी आएगी। डीटीसी के बेड़े में 300 बसें चरणों में शामिल की जाएंगी। परिवहन सचिव आशीष कुंद्रा का कहना है कि इसके लिए बस डिपो में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किए जा रहे हैं। ई बसों की चार्जिंग के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं, तो चार्जिंग के लिए बिजली मुहैया करने के लिए सभी पहलुओं पर कोशिशें की जा रही हैं। उम्मीद है कि साल के अंत तक डीटीसी के बेड़े में पहले चरण की ई बसें शामिल होने के बाद परिचालन भी शुरू कर दिया जाएगा। डीटीसी के बेड़े में जेबीएम की 200 बसें, जबकि टाटा की 100 बसें शामिल की जाएंगी। ई बसों का परिचालन शुरू करने से पहले चार्जिंग सुविधाएं दुरस्त की जा रही हैं। इन बसों के संचालन से दिल्ली की आबोहवा में सुधार की उम्मीद के साथ जल्द से जल्द ई बसों का परिचालन शुरू करने की तैयारी चल रही है। दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन शुरू होने से पहले रोहिणी, मुंडेला कलां और बुराड़ी में बुनियादी सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। इनमें तीन डिपो में तैयारी पूरी हो चुकी है जबकि एक डिपो में बिजली की आपूर्ति को सुनिश्चित किया जा रहा है। चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बिजली देने की जिम्मेवारी सरकार की होगी, लेकिन ऑपरेटर अपनी जरूरत के मुताबिक डिपो में सुविधाएं विकसित कर रही हैं। दिल्ली सरकार ने पिछले साल इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोत्साहन के लिए नई ईवी पॉलिसी को लागू किया। इसके बाद धीरे धीरे दिल्ली में निजी ई वाहनों के रजिस्ट्रेशन में बढ़ोतरी होने लगी। यह पहला मौका है जब सार्वजनिक परिवहन के लिए ई बसें डीटीसी के बेड़े में शामिल की जाएंगी। इन बसों में सड़कों पर दौड़ाने से पहले सभी तैयारियां पूरी की जा रही हैं, ताकि परिचालन शुरू होने पर यात्रियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। हालांकि मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता में ई बसों का परिचालन हो रहा है। इस मामले में दिल्ली थोड़ी पीछे जरूर है, मगर पूरी तैयारी के साथ सड़कों पर बसें उतारी जाएंगी। डीटीसी के द्वारका सेक्टर, सेक्टर-2 डिपो, महरौली बस टर्मिनल, नेहरू प्लेस बस टर्मिनल, ओखला सीडब्ल्यूएस-2, सुखदेव विहार बस डिपो और कालकाजी बस डिपो में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन तैयार किए जाएंगे। डिपो और टर्मिनल पर सोलर पैनल लगाने सहित।बैटरी स्वैपिंग की सुविधा भी देने की तैयारी है। इससे निजी वाहन, खासकर दोपहिया और तिपहिया वाहनों को मिनटों में बैटरी बदलने का मौका मिलेगा। उन्हें बैटरी चार्ज करने के लिए इंतजार नहीं करना होगा।