योग। योग शरीर के फिटनेस और मेंटल स्ट्रेस के असर को कम करने में काफी मददगार है। योग के नियमित अभ्यास से शरीर के मसल्स और बोन्स तो मजबूत होते ही हैं, आप स्ट्रेस और एंजायटी के असर को भी कम कर सकते हैं। हालांकि, कठिन योगों का अभ्यास हर किसी के लिए करना संभव नहीं होता, लेकिन कुछ अभ्यास ऐसे हैं, जिसे आप काफी आसानी से कर सकते हैं और इनका हमारे शरीर और दिमाग पर असर भी काफी अच्छा होता है। इनके अभ्यास से मेंटली और फिजीकली लोग स्ट्रांग रहते है। तो चलिए जानते है कुछ ऐसे योगासनों के बारे में जिसे आप आसानी से अपनी दिनचर्चा में शामिल कर सकते हैं और बेहतर रिजल्ट पा सकते हैं।
ऐसे करें शुरुआत
अपने मैट पर सुखासन, अर्ध पद्मासन या पद्मासन किसी भी मुद्रा में बैठें और ध्यान की मुद्रा बनाएं। अपनी आती जाती सांसों पर ध्यान केंद्रित करें और ओम शब्द का उच्चारण करें।
सूर्य नमस्कार का अभ्यास
प्रणामासन
प्रणामासन करने के लिए सीधा खड़े हो जाएं। कमर, गर्दन सीधा करते हुए दोनों हथेलियों को आगे की तरह मिलाएं। अंगूठों को गर्दन के बराबर रखते हुए प्रणाम की मुद्रा बनाएं। गहरी सांस लें और छोड़ें।
हस्तउत्तनासन
अब गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथों को आगे से उठाते हुए पीछे की तरफ हल्का झुकने का प्रयास करें। इस मुद्रा में थोड़ा होल्ड करें।
पादहस्तासन
अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर पूरी तरह से झुकें। अपने हाथों से पैरों की उंगलियों को छूने का प्रयास करें।
अश्व संचालनासन
गहरी सांस लेते हुए अपनी हथेलियों को फर्श पर रखें और एक पैर को पीछे की तरफ ले जाते हुए घुटना जमीन पर रखें। अपनी नजर आगे की तरह रखें।
संतुलनासन या दंडासन
अब दोनों पैरों को पीछे की तरफ कर ल जाएं और हाथ और पंजों पर पूरा शरीर का वजन रखें। इस दौरान गहरी सांस लेते रहें और होल्ड करें।
अष्टांग नमस्कार
अब धीरे से अपनी हथेलियों, सीना, घुटने, ठोरी को भी जमीन से सटाएं और नाभी तक शरीर को उठाकर रखने की कोशिश करें। इसी अवस्था में होल्ड रहें।
पर्वतासन
अब पर्वत का आकार बनाते हुए हथेली और पंजों पर पूरा वजन रखें और हिप्स को उठाकर रखें। आपकी नजर नीचे की तरफ रहेगी। कंधों को स्ट्रेच कर रखें।
अश्वसंचालन
अब सांस भरते हुए उसी पैर को दोनों हाथों के बीच आगे लेकर लाएं जिसे पहले के अभ्यास में लेकर आए थे। नजरें उठी रहेंगी और दूसरा पैर पीछे की तरफ स्ट्रेच रहेगा। अब पादहस्तासन, हस्तउत्तनासन और प्राणामासन करें। आपका एक चक्र पूरा हुआ। आप अपनी क्षमता के मुताबिक अभ्यास को दोहराएं।
अगला अभ्यास
मैट पर पीठ के बल लेट जाएं और कमर के नीचे हथेलियों को दबाकर रखें। अब पैरों को 90 डिग्री पर उठाएं। फिर पैरों को दोनों तरफ फैलाकर होल्ड करें। अब इसी अवस्था में पैरों को जमीन पर रखें। अब दोनों पैरों को करीब लाकर पहले पोजीशन में आ जाएं। अब फिर से पैरों को उठाएं और पूरी प्रक्रिया को दोहराते जाएं। इस अभ्यास को कम से कम 10 बार करें।
दूसरा अभ्यास
मैट पर लेट जाएं और हथेलियों को कमर के नीचे दबाकर रखें। अब पैरों को उठाते हुए 90 डिग्री एंगल पर रखें और बिना होल्ड किए पैरों को नीचे की तरफ सीधाकर लें। ध्यान रखना है कि एड़ियां जमीन से टच ना हों। यह 10 चक्र तक करें।