नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वाले छात्र और छात्राओं के लिए राहतभरी खबर है। अगले एकेडमिक सेशन से दिल्ली विश्वविद्यालय ने एंट्रेंस एग्जाम से कोर्सेज में दाखिला की घोषणा कर दी है। दिल्ली विश्वविद्यालय के इस फैसले से हजारों छात्र-छात्राओं की मुश्किलें कम हो जाएंगी, जो अंडर-ग्रेजुएट के विभिन्न प्रोगाम में प्रवेश लेना चाहते हैं। लेकिन मेरिट हाई होने के कारण दाखिला नहीं ले पाते हैं। अब दिल्ली यूनिवर्सिटी ने यह फैसला किया है कि बीए, बीएससी और बीकॉम सहित अन्य सभी बैचलर प्रोगाम में एंट्रेंस टेस्ट से ही दाखिला लिए जाएंगे। एग्जीक्यूटिव काउंसिल ने भी इस निर्णय पर अपनी मुहर लगा दी है।
मीडिया रिपोर्ट को मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली यूनिवर्सिटी की कार्यकारी परिषद ने 17 दिसंबर को हुई बैठक में फैसला लिया है कि शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी अंडर-ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिला कॉमन एंट्रेंस टेस्ट या दिल्ली यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से लिए जाएंगे। जिससे संबंधित डिटेल्ड नोटिफिकेशन जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट की सचिव आभा देव हबीब ने कहा कि नई शिक्षा नीति के आधार पर ही यह फैसला किया जा रहा है। जबकि वामपंथी शिक्षक संगठन ने इस लिए गए निर्णय की आलोचना किया है।
बता दें कि एक्जीक्यूटिव काउंसिल से पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी के एकेडमिक काउंसिल ने एंट्रेंस एग्जाम को 10 दिसंबर को मंजूरी दिया था। प्रवेश परीक्षा को लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी की ओर से जारी हाई कट ऑफ के बीच नौ सदस्यीय पैनल ने सिफारिश की थी, जिसकी अध्यक्षता दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति योगेश सिंह ने की थी। पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेस में एडमिशन के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा तीसरी लिस्ट जल्द ही जारी की जाएगी।