आपातकालीन स्थिति में अब ड्रोन के जरिये पहुंचेगा रक्त
हिमाचल प्रदेश। दवा, सैंपल के साथ अब आपातकालीन स्थिति में रक्त भी ड्रोन की मदद से पहुंचाया जाएगा। बुधवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्वास्थ्य विभाग ने इसका सफल ट्रायल नेरचौक मेडिकल कॉलेज में किया। ड्रोन की उड़ान मेडिकल कॉलेज से सात किमी दूर से हुई। पहले पांच से सात किमी तक छोटी उड़ानों की दूरी तय करने वाले ट्रायल होंगे। बाद में लंबी दूरी के ट्रायल किए जाएंगे। शनिवार को दवा और टेस्ट के सैंपल को लेकर ड्रोन की उड़ान की थी। तकनीकी खामी की वजह से ट्रायल सफल नहीं हो सका। इसके बाद मंगलवार को ट्रायल सफल रहा। दुर्गम क्षेत्रों में अस्पतालों को ड्रोन कनेक्टिविटी से जोड़ने की स्वास्थ्य विभाग की योजना है, जिससे आपात स्थिति में ड्रोन से दवाएं और मेडिकल टेस्ट लाए या भेजे जा सकें। ऐसे समय में अगर खून कहीं दूर से लाना पड़े तो बहुत देर हो जाती है, मगर ड्रोन के जरिये घंटों का काम चंद मिनटों में हो सकता है और कई जानें बचाई जा सकती हैं। मेडिकल कॉलेज नेरचौक के एमएस डॉ. पन्ना लाल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज नेरचौक में करीब 7 किलोमीटर दूर से ड्रोन के जरिये खून पहुंचाया गया है। ट्रायल सफल रहा है और भविष्य में कारगर साबित हो सकता है।