दोस्त बना दुश्मन: केंद्रीय मंत्री के घर कत्ल की पूरी कहानी, माथे पर पिस्टल सटाकर मारी गोली

vinay srivastava murder case: गुरूवार की देर रात केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के ठाकुरगंज के फरीदीपुर स्थित नए आवास पर भाजपा कार्यकर्ता विनय श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि उनके बेटे विकास किशोर की लाइसेंसी पिस्टल से इस वारदात को अंजाम दिया गया।

जानकारी के मुताबिक, वारदात वाली रात भाजपा कार्यकर्ता विनय श्रीवास्तव ने केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के घर कई दोस्तों के साथ देर रात तक पार्टी की। इसी दौरान जुआ खेलने को लेकर हुए विवाद हो गया। जिसमें दोस्तों ने विनय को घसीट-घसीट कर पीटा। वह भागकर कमरे में पहुंचा तो हमलावर वहां भी पहुंच गए। इसके बाद शमीम और अजय ने उसके हाथ पकड़ गए और अंकित ने विकास की पिस्टल निकालकर उसके माथे पर सटाकर गोली मार दी। जिससे मौके पर ही विनय श्रीवास्‍तव की मौत हो गई।

वहीं, विनय के परिवारवालों ने बताया कि वह रोजाना सुबह 10-11 बजे घर से निकल जाता और देर रात तक विकास के साथ ही रहता था। विकास उसका बेहद करीबी था। परिजन को जानकारी थी कि विनय गुरूवार की रात को विकास के घर पर है और वहां चार-पांच लोग और हैं।

तकिए के नीचे मिली पिस्‍टल

इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर परिजन और पुलिस पहुंची। काफी जांच पड़ताल करने के बाद छत पर गमले में विनय की घड़ी पड़ी मिली। शर्ट फटी थी और खरोंचों के भी निशान थे। ऐसे में आशंका है कि अन्य लोगों ने विनय पर हमला किया। शव के पास उसकी राखी भी पड़ी थी। शव को पर्दे से ढक दिया गया था।

इस मामले में फोरेंसिक टीम ने पड़ताल शुरू की तो घटनास्थल से एक खोखा मिला। पूरे कमरे में खोजबीन की गई तो बेड पर तकिये के नीचे से पिस्टल मिली। पूछताछ में अजय ने बताया कि अंकित व शमीम के कहने पर उसने पिस्टल छिपाई थी।

बंद मिला कमरे का कैमरा
पूरा आवास सीसीटीवी कैमरों से लैस है। पुलिस ने डीवीआर कब्जे में लेकर फुटेज खंगाले। एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि जिस कमरे में वारदात हुई, उसमें भी कैमरा लगा है। जांच में सामने आया कि वह बंद था। हालांकि, बाकी कैमरे चल रहे थे। इनकी फुटेज से स्पष्ट हुआ कि वारदात के वक्त विनय समेत चार लोग ही मकान में थे। विनय की हत्या करने के बाद तीनों ने सभी को सूचना दी।
तीन घंटे के भीतर दिया वारदात को अंजाम
परिजन ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे विनय घर से निकला था। दिन में कई बार बातचीत हुई। रात 12 बजे से पहले बात हुई। उसने कुछ देर में आने की बात कही, जब वह नहीं पहुंचा तो 1:30 बजे दोनों भाइयों ने कॉल की। तब भी उसने कुछ देर में पहुंचने की बात कही। तीन घंटे बाद उसकी मौत की खबर पहुंची।
गुमराह करते रहे, आखिर में कबूला सच
घटना के बाद जब संदिग्ध हिरासत में लिए गए तो उनका कहना था कि विनय ने खुद को गोली मार ली। यही  बात उसके परिजनों से भी कही। हालांकि जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने कहा कि विनय ने अंकुर पर पिस्टल तान दी थी। खुद के बचाव में उसने उसका हाथ पकड़ लिया था। इसी दौरान छीनाझपटी में गोली चल गई।

 

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