शासकीय अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय ने 60 वर्षों का सफर किया पूरा
इंदौर। इंदौर के शासकीय अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय ने 60 सालों का सफर पूरा किया। अपनी इस यात्रा में पुस्तकालय ने कई चुनौतियों का सामना किया और उपलब्धि भी अर्जित की। अपनी तरह के पहले पुस्तकालय के 60 साल पूरे होने पर तीन दिवसीय हीरक जयंती महोत्सव मनाया गया। शुक्रवार से इसकी शुरुआत हुई और अतिथियों ने इसे इंदौर के गौरवशाली इतिहास को बयां करने वाला बताया। हीरक जयंती समारोह के अवसर पर शासकीय श्री अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय ने अपनी नई वेबसाइट भी लॉन्च की जिसके माध्यम से शहर के युवा 90 हजार पुस्तकों को ऑनलाइन पढ़ सकेंगे। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने पुस्तकालय के 60 वर्ष के सुनहरे सफर की डॉक्यूमेंट्री भी देखी। तीन दिवसीय हीरक जयंती समारोह में विभिन्न तरह की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी जिसमें संगोष्ठी, कार्यशाला, कविता एवं कहानी वाचन सहित अन्य कई तरह की गतिविधियां शामिल है। मप्र के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने कहा कि शासकीय अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय जैसी ऐतिहासिक धरोहर को विकसित करने और भावी पीढ़ी को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की इंदौरवासियों की साधना और तपस्या में समाज के साथ-साथ शासन भी अपनी सहभागिता निभाना चाहता है। इस पुनीत कार्य में हर व्यक्ति अपना सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। राज्य शासन की ओर से पुस्तकालय के उन्नयन और आधुनिकीकरण के लिए 25 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी । इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी, विधायक आकाश विजयवर्गीय, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, पद्मश्री डॉ. जनक पलटा मनिलिंगम, पद्मश्री भालू मोंढे, वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण कुमार अस्थाना, वरिष्ठ समाजसेवी प्रीतमलाल दुआ, अनिल भंडारी, क्षेत्रीय ग्रंथपाल लिली डावर सहित पुस्तकालय के कर्मचारी, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।