नई दिल्ली। सरकार ने अपनी पसंद के किसी भी विक्रेता द्वारा रूफटॉप सोलर लगाने की इजाजत दे दी है। सरकारी योजना के तहत सब्सिडी का लाभ पाने के लिहाज से वितरण के लिए लगवाई गई प्रणाली की एक तस्वीर पर्याप्त है। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि पहले रूफटॉप योजना के तहत परिवारों को योजना का फायदा और सब्सिडी लेने के लिए केवल सूचीबद्ध विक्रेताओं से ही रूफटॉप सोलर प्रणाली लगवाना होता था। मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, रूफटॉप सोलर योजना को सरल बनाने का निर्णय केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री की अध्यक्षता में 19 जनवरी को हुई समीक्षा बैठक में लिया गया था।
मंत्री ने रूफटॉप योजना को सरल बनाने के निर्देश दिए ताकि लोगों तक आसानी से पहुंचा जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि अब किसी भी परिवार के लिए लिस्टेड दुकानदार से ही सोलर पैनल को छत पर लगवाना जरूरी नहीं होगा। लोग अपने घरों में स्वयं भी रूफटॉप सोलर पैनल स्थापित कर सकते हैं या अपनी पसंद के किसी भी विक्रेता द्वारा इन्हें लगवा सकते हैं और वितरण कंपनी को सिस्टम की एक तस्वीर के साथ स्थापित किये गये इंस्टॉलेशन के बारे में सूचित कर सकते हैं।
रूफटॉप लगाने की सूचना या तो एक पत्र/आवेदन से या नामित वेबसाइट पर दी जा सकती है। जिसे हरेक डिस्कॉम और केंद्र सरकार द्वारा रूफटॉप योजना के लिए शुरू किया गया है। सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी 3 किलोवाट क्षमता तक के पैनल के लिए 40 प्रतिशत और 3 किलोवाट से 10 किलोवाट तक की क्षमता के लिए 20 प्रतिशत है। इसे स्थापना के 30 दिन के भीतर डिस्कॉम द्वारा गृहस्वामी के खाते में जमा किया जाएगा।