पुष्कर/राजस्थान। परम पूज्य संत श्री दिव्य मोरारी बापू ने कहा, श्री नरसी जी संपूर्ण संसार में प्रसिद्ध भक्त हुये। जिन्होंने गुजरात प्रांत को पावन किया। उस समय गुजरात के निवासी महास्मार्त थे, भक्ति-भजन को बिल्कुल नहीं जानते-मानते थे। छाप और कंठी तिलकधारी किसी वैष्णव को देखकर उसकी बड़ी निंदा करते थे। ऐसे देश-कुल एवं वायुमंडल में उत्पन्न होकर भी श्री नरसी जी वैष्णव भक्तशिरोमणि हुए। ऊसर के समान उस देश को सुंदर हरा-भरा, भक्तिरस से परिपूर्ण सरोवर बना दिया। देश के दोषों को नष्ट कर दिया। आपने अनेक स्थानों पर भक्तिपूर्ण चमत्कार दिखलाये। जिसमें रस की रीतियों का संपूर्ण रुप से संगम होता है, ऐसी माधुर्य- रसमयी भक्ति को आपने हृदय में धारण किया। नरसी भगत की कथा सुनने-गाने से घर-परिवार समाज सर्वत्र मंगल ही मंगल होता है। सभी हरि भक्तों के लिए पुष्कर आश्रम एवं गोवर्धन धाम आश्रम से साधू संतों की शुभ मंगल कामना। श्री दिव्य घनश्याम धाम, श्री गोवर्धन धाम कालोनी, दानघाटी, बड़ी परिक्रमा मार्ग, गोवर्धन, जिला-मथुरा,(उत्तर-प्रदेश) श्री दिव्य मोरारी बापू धाम सेवाट्रस्ट गनाहेड़ा पुष्कर जिला-अजमेर (राजस्थान)