राजोरी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजोरी जनसभा में बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदाय को आरक्षण दिए जाने की तैयारी है। इसे लेकर कमीशन ने अपनी सिफारिशें भेज दी हैं। साथ ही उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा।
गृहमंत्री शाह ने कहा कि पहले सिर्फ प्रदेश में तीन परिवारों तक ही लोकतंत्र सीमित था, लेकिन अब इसमें तीन हजार से अधिक लोग सीधे शामिल हुए हैं। यहां पंचायतों तक लोकतंत्र पहुंचा है। इससे पहले उन्होंने मां वैष्णों की पूजा-अर्चना की और मां भगवती से शांति और समृद्धि की कामना की। राजोरी में जनसभा में शामिल होने के लिए लोग दूर-दूर से पहुंचे।
जनसभा में बोले अमित शाह:-
- जम्मू-कश्मीर में तीन परिवारों ने भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
- 2014 में सरकार बनाने का बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले जम्मू-कश्मीर में पंचायत के चुनाव कराए।
- पहले सिर्फ तीन परिवार के पास था, आज 30 हजार के पास जम्मू-कश्मीर का शासन आया है।
- आज पीएम मोदी पूरे जम्मू-कश्मीर के 27 लाख परिवारों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य का पूरा खर्च उठा रहे हैं।
- प्रधानमंत्री ने 5 अगस्त 2019 को एक महत्वपूर्ण फैसला दिया, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A को उखाड़ कर फेक दिया।
- अगर अनुच्छेद 370 और 35A नहीं हटता तो जम्मू-कश्मीर में ट्राइबल रिजर्वेशन नहीं मिलता।
- धारा 370 हटाने से पिछड़े, दलित, आदिवासी, पहाड़ियों को उनका अधिकार मिला।
- सफाई कर्मचारियों के पास कोई अधिकार नहीं था। अब उन्हें उनका हक मिला है।
- यहां पर एससी/एसटी एट्रोसिटी एक्ट नहीं था, जो अब जाकर मिला है।
- महिलाओं को भी उनका अधिकार मिला है
- पहले जो परिसीमन हुआ तो सिर्फ तीन परिवारों के फायदे के लिए, लेकिन इस बार आम जनता के लिए परिसीमन हुआ
- सालों से लखनपूर में टोल टैक्स का बूथ लगा था, जिसे अब हटा दिया गया है। इसे समाप्त करके महंगाई को काबू में करने का काम किया है।
- पहले आए दिन पथराव की घटना होती थी। अब युवाओं के हाथ से पत्थर लेकर लैपटॉप दिए गए हैं।
- वो कहते थे धारा 370 हटाएंगे तो खून की नदियां बहेंगे, लेकिन आज की जनसभा उनको करारा जवाब है।
- पिछले 75 साल में 15 हजार करोड़ का औद्योगिक निवेश आया है, जबकि तीन साल में 56 हजार करोड़ का निवेश आया है।
- जस्टिस जीडी शर्मा का कमीशन बना है। पहाड़ी, गुज्जर और बकरवाल को आरक्षण देने की सिफारिश की गई है। प्रधानमंत्री मोदी का मन है कि प्रशासनिक कार्य पूरा कर इस सिफारिश को जल्द से जल्द लागू किया जाए। गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों को आरक्षण मिलेगा।
- कुछ लोग नहीं चाहते कि इस क्षेत्र में शांति बनी रहे। उन्होंने गुज्जर-बकरवाल को उकसाना शुरू कर दिया कि पहाड़ी समुदाय के आने से उनका हिस्सा कम हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘मैं कहता हूं, पहाड़ी भी आएंगे और गुज्जर-बकरवाल का हिस्सा कम नहीं होगा।’