मूड स्विंग की समस्या से हैं परेशान तो डाइट में शामिल करें फूड

लाइफस्‍टाइल। हमारी लाइफस्टाइल का हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इन दोनों में से अगर किसी का भी स्वास्थ्य खराब है तो आप समझ लीजिए कि आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की बहुत ज्‍यादा आवश्‍यकता है। बड़े बुजर्ग हमेशा कहते हैं जैसा खाओगे वैसा सोचोगे। हमारी डाइट हमारे मन और दिमाग को सीधे प्रभावित करती है। इसलिए मेंटल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है कि संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट ली जाए। एक बैलेंस डाइट से आप हेल्दी और खुशहाल जिंदगी जी सकते हैं।

बहुत से लोगों को लगता है कि हम जो खाना खाते हैं उसका प्रभाव शरीर पर ही पड़ता है पर, ऐसा नहीं है। कई ऐसे लोग होते हैं जो पीएमएसिंग यानी प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम से परेशान होते हैं। यह एक ऐसी दिमागी समस्या है जिसमें मूड बार बार स्विंग होता है। इसके पीछे कई बड़े कारण हो सकते हैं लेकिन हमारे द्वारा शरीर को दिया गया भोजन भी इसका एक कारक हो सकता है। न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक हमें किस तरह के फूड पीएमएसिंग से बचा सकते हैं और ये फूड शरीर में हैप्पी हार्मोन को रिलीज करते हैं….

पालक :-

हरी सब्जियों में पालक का अहम रोल है। इसमें कई तरह के विटामिन, खनिज और मिनरल्स पाए जाते हैं। अगर आपके शरीर में खून की कमी है तो एक्सपर्ट पालक खाने की सलाह देते हैं क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा भरपूर होती है। इसके साथ ही इसमें मैग्नीन्शियम की मात्रा भी उच्च होती है। पालक हमारे शरीर में एंटी डिप्रेसेंट का काम करती है।

फर्मेंटेड फूड्स :-

यदि आप बार बार मूड स्विंग होने की समस्या से परेशान हैं तो आपको फर्मेंटेड फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। फर्मेंटेड फूड्स में दही, कीवी, किमची या कांची जैसे खाद्य पदार्थ आते हैं। ये सभी फूड्स प्रोबायोटिक्स भी हैं और ये गाउट की समस्या में बहुत अधिक प्रभावी होते हैं। ये फूड आपके मूड को भी अच्‍छा बनाते हैं।

प्रोटीन :-

किसी बीमारी या फिर कमजोरी आने पर हेल्थ एक्सपर्ट प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने की सलाह देते हैं। प्रोटीन में अमीनो एसिड एक प्रकार के न्यूरोट्रांसमीटर की तरह काम करता है और यह आपके मूड को स्टेबल रखता है।

एंटीऑक्सीडेंट :-

एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर के लिए बहुत अधिक लाभकारी है। अगर आपको शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा को बढ़ाना है तो शहतूत, ब्लूबेरी या फिर स्ट्रॉबेरी को अपनी डाइट में अवश्‍य शामिल करें।

मूड स्विंग के लक्षण :-

-बेचैनी बनी रहना

-नींद का कम हो जाना

-घबराहट रहना

-आत्मविश्वास में कमी आना

– अकेले रहने में असहज महसूस करना

-बार बार भ्रम पैदा होना

-अकेले रहना और उदास रहना

– थोड़ी सी मेहनत पर थक जाना

-चिड़चिड़ापन होना

 

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