राजस्थान। विश्व कप के शुरुआत में बाहर होने वाली टीम इंडिया रोहित शर्मा की कप्तानी और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की निगरानी में न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार से शुरू होने वाली तीन टी-20 मैचों की सीरीज में नई शुरुआत करने की कोशिश करेगी। द्रविड़ और रोहित की जोड़ी के पास अगले टी-20 विश्व कप से पहले सबसे छोटे प्रारूप में मजबूत टीम तैयार करने के लिए सिर्फ 11 महीने होंगे। इस बीच उन्हें टीम में आवश्यक बदलाव और सुधार करने होंगे। यूएई में टी-20 विश्व कप की निराशा के बाद भारत तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर में हार्दिक पांड्या से इतर देखने को मजबूर हुआ है। पांड्या चोटिल होने के कारण अपनी ऑलराउंड क्षमता का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। रोहित और द्रविड़ ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर खिलाड़ी की योग्यता को परखना चाहेंगे। ऑस्ट्रेलिया अगले साल टी-20 विश्व कप की मेजबानी करेगा। भारतीय टीम में छोटे प्रारूप के पांच ओपनर हैं और उन्हें मध्यक्रम में उतारना चुनौतीपूर्ण होगा। रोहित और उपकप्तान के राहुल पारी का आगाज कर सकते हैं। किशन और गायकवाड़ के रूप में अधिक विकल्प होने के कारण भारत कुछ प्रयोग भी कर सकता है। यहां तक कि वेंकटेश ने केकेआर की तरफ से अपने सभी रन ओपनर के रूप में बनाए, लेकिन वह मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं। सूर्युकुमार विश्व कप के दौरान अपनी लय हासिल नहीं कर पाए, लेकिन वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें भारत विशेषकर ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियां देखकर चौथे नंबर पर तैयार करना चाहता है।