नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान में लोगों तक मानवीय सहायता बिना किसी बाधा और राजनीति के पहुंच सके, यह सुनिश्चित करने के लिए रूस, भारत और चीन (आरआईसी) को मिलकर काम करने की जरूरत है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह बात वर्चुअल माध्यम से हुई त्रिपक्षीय संगठन आरआईसी की विदेश मंत्री स्तरीय बैठक के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि आरआईसी देशों के लिए जरूरी है कि हम आतंकवाद, कट्टरपंथ और मादक पदार्थों की तस्करी के खतरों पर अपने-अपने दृष्टिकोणों को समन्वय में लाएं। बैठक की अध्यक्षता कर रहे विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ चीन के विदेश मंत्री वांग यी और रूस के विदेश मंत्री सर्गी लैवरोव भी इस दौरान मौजूद रहे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान का पड़ोसी और लंबे समय के भागीदार के तौर पर भारत वहां के हालिया घटनाक्रमों, खास तौर पर वहां के लोगों ने जो पीड़ाएं सही हैं उसे लेकर भारत चिंतित है। उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान में एक समावेशी और प्रतिनिधि सरकार के चयन का समर्थन करता है। इसके साथ ही हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2593 के अन्य प्रावधानों का भी समर्थन करते हैं।