जम्मू-कश्मीर। जम्मू और सांबा जिले के नगर निगम क्षेत्र में आने वाले स्कूलों में मिड-डे-मील का खाना नहीं बनेगा। अब इन स्कूलों में अक्षय पात्र फाउंडेशन तैयार खाना मुहैया करवाएगी। इसके लिए फाउंडेशन जम्मू के सुंजवां में रसोई तैयार कर रही, जो पूरी तरह स्वचालित होगी। इस पर सात करोड़ की लागत आएगी। किचन में खाना बनने के बाद एक गाड़ी के माध्यम से खाना स्कूलों तक पहुंचाया जाएगा। अगले साल मार्च तक इस कवायद को शुरू करने की तैयारी है। जम्मू-कश्मीर स्कूल शिक्षा विभाग ने अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ एमओयू साइन किया है। इसके तहत फाउंडेशन स्कूलों तक स्वच्छ और पोषिटक खाना पहुंचाएगी। इसके लिए सरकार प्रति बच्चे के लिए आठ और फाउंडेशन छह रुपए खर्च करेगी। स्वचालित कीचन में नवीनतम तकनीक की मशीनरी होगी, जिसमें स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। किचन में खाना तैयार होगा और फिर वह एक गाड़ी से जम्मू और सांबा जिले में नगर निगम क्षेत्र में आने वाले स्कूलों तक पहुंचेगा। स्कूल शिक्षा विभाग 2004 से स्कूलों में मिड-डे- मील देने की व्यवस्था को शुरू किया है। स्कूलों में मिलने वाली मिड-डे-मील की गुणवत्ता पर हमेश संशय रहता था। इसको देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने अक्ष्य पात्रा फाउंडेशन के साथ एमओयू साइन किया है, ताकि बच्चों को बेहतर खाना मिल सके। स्कूलों में मिड-डे-मिल का खाना तैयार करने वाले कर्मचारी अब बच्चों को सिर्फ खाना परोसेंगे।