जम्मू-कश्मीर। उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक माह के भीतर नई खेल नीति लागू की जाएगी। नीति के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए हितधारकों को भी शामिल किया जा रहा है। खेल नीति उत्कृष्ट खिलाड़ियों को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करेगी। इसके लिए नियमाें को अधिसूचित करने की प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश और देश को गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ियों की उपलब्धियों को उचित सम्मान मिलेगा। 17 लाख युवाओं को खेल के अवसर प्रदान किए जाएंगे। उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा एमए स्टेडियम में राष्ट्रीय 56वीं आर्टिस्टिक और 25वीं रिदमिक जिम्नास्टिक चैंपियनशिप के समापन में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों को जिम्नास्टिक अकादमी समर्पित की। उन्होंने कहा कि नई जिम्नास्टिक अकादमी प्रतिभाओं की पहचान करके उनकी क्षमता निखारेगी। यहीं से अंतर्राष्ट्रीय और ओलंपिक स्तर के खिलाड़ी निकलेंगे। कई वर्षों से प्रतीक्षित जिम्नास्टिक अकादमी का शुरू होना खेल और खिलाड़ी के प्रति जम्मू-कश्मीर प्रशासन के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जमीनी स्तर की प्रतिभाओं के लिए सरकार विश्व स्तर का बुनियादी ढांचा बनाने, सर्वश्रेष्ठ कोच उपलब्ध करवाने और एक ठोस नींव रखने के लिए नई नीतियों को लागू कर रही है। जम्मू-कश्मीर को खेलों का पावर हाउस बनाया जाएगा। मार्च 2022 तक खेल ढांचों से जुड़ीं 615 परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा। 190 परियोजनाओं (520 में से) के तहत सभी स्कूलों और कालेजों में विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढांचा बनाया जा रहा है। युवा सेवा व खेल को इस वर्ष 513 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। प्रदेश की शिक्षा और खेल का संयुक्त बजट 2386 करोड़ रुपये है।