नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकारी मंडल की बैठक 28 से 30 अक्टूबर को धारवाड़ (कर्नाटक) के राष्ट्रोत्थान विद्या केंद्र में होने जा रही है। इस बैठक में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों पर होगी चर्चा होगी। अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अनुमान लगाया जा रहा था। तीसरी लहर से निपटने के लिए जुलाई माह की बैठक (प्रांत प्रचारक बैठक) में कार्यकर्ताओं के विशेष प्रशिक्षण पर विचार हुआ था। उसके बाद देशभर में 1.5 लाख से अधिक स्थानों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम हो चुका है। अब तक 10 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है। आशा है कि तीसरी लहर न आए, फिर भी परिस्थिति की समीक्षा के साथ तैयारियों को लेकर इस बैठक में चर्चा होगी। आंबेकर ने आगे कहा कि पिछले कुछ समय से बांग्लादेश में हिंदुओं पर निरंतर हमले हुए हैं। हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। इन घटनाओं की विश्व भर में निंदा हुई है। कार्यकारी मंडल की बैठक में हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को लेकर चर्चा होगी, सर्वसम्मत निर्णय होने पर प्रस्ताव भी पारित होने की संभावना है। इसके अलावा देश की आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है। इस अवसर पर देश में अनेक कार्यक्रम होंगे, इसे लेकर भी बैठक में चर्चा होगी। देश के स्व के जागरण, अज्ञात या अल्पज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों की जानकारी सबके समक्ष आए, इसे लेकर भी चर्चा होगी। सभी बैठकों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष से लेकर अभी जुलाई तक सारी बैठकें ऑनलाइन माध्यम के साथ ही कम संख्या में प्रत्यक्ष उपस्थिति के साथ संपन्न हुईं थीं। अब पहली बार पूर्ण उपस्थिति में कार्यकारी मंडल की बैठक हो रही है। प्रतिनिधि सभा की बैठक में कार्य विस्तार की दृष्टि से योजना बनाते हैं तथा अक्तूबर में होने वाली बैठक में कार्य की समीक्षा करते हैं। बैठक में समीक्षा के साथ ही कार्य विस्तार को लेकर चर्चा होगी। आंबेकर ने आगे बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वर्ष में दो बार इस प्रकार की बैठकों का आयोजन करता है। मार्च में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक होती है। जबकि दशहरे व दीपावली के बीच कार्यकारी मंडल की बैठक होती है। बैठक में करीब 350 सदस्य शामिल होंगे। सभी प्रांतों व क्षेत्रों के संघचालक, कार्यवाह और प्रचारक तथा अखिल भारतीय कार्यकारिणी सहित कुछ संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री बैठक में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि 1925 में संघ की स्थापना हुई थी और 2025 में संघ के 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं। संघ के कार्य विस्तार की दृष्टि से विचार किया था और तीन वर्ष की योजना पर कार्य चल रहा है। इस योजना पर भी बैठक में विस्तार से चर्चा होगी। कार्यकारी मंडल में श्री गुरु तेगबहादुर जी के 400वें प्रकाश वर्ष पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर भी चर्चा होगी।