नई दिल्ली। भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक कल भारत में आगमन होगा। वह 3 से 5 अप्रैल तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। वह यहां पहले से ही घनिष्ठ द्विपक्षीय रिश्तों को खासतौर पर आर्थिक और विकास सहयोग के क्षेत्र में विस्तारित करने के लिए तीन दिवसीय दौरा करेंगे। उनके साथ विदेश और विदेश व्यापार मंत्री डॉ. टांडी दोरजी और सरकार के अधिकारी आएंगे।
यात्रा के दौरान राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भूटान नरेश की यह यात्रा दोनों देशों में द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करने और साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर देगी। बता दें कि भारत-भूटान में द्विपक्षीय संबंधों का मूल ढांचा दोनों देशों के बीच 1949 में हस्ताक्षरित मैत्री और सहयोग की संधि थी। इसमें दोनों के बीच एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में दखल न करने का आह्वान है।
भारत-अमेरिका के बीच सेतु बनना चाहते हैं न्यूयॉर्क मेयर
न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स के सहयोगी दिलीप चौहान ने कहा है कि मेयर भारतीय-अमेरिकी समुदाय से बेहद प्यार करते हैं और वह दोनों देशों के बीच सेतु बनाना चाहते हैं। वाशिंगटन में इंडियन अमेरिकन इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स की 30वीं वर्षगांठ के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए मेयर के अंतरराष्ट्रीय मामलों के उपायुक्त चौहान ने कहा कि मेयर भारत यात्रा के लिए सही वक्त तलाश रहे हैं। बता दें कि दिलीप चौहान न्यूयॉर्क शहर में सर्वोच्च रैंकिंग वाले भारतीय-अमेरिकियों में से एक हैं। अंतरराष्ट्रीय मामलों के लिए मेयर का कार्यालय न्यूयॉर्क शहर और विश्व बिरादरी के बीच की कड़ी है, जिसमें 70 व्यापार आयोग, 116 वाणिज्य दूतावास और 193 स्थायी मिशन शामिल हैं।