वास्तु। हमें जब भी घड़ी की जरूरत लगती है, तो हम घड़ी ऐसी जगह लगा देते है, जो दीवार खाली हो या जहां से हमें आराम से घड़ी दिखे, लेकिन घड़ी को दीवार पर भी सही दिशा में लगानी चाहिए। ऐसा न करने से किस्मत पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घड़ी को दीवार पर लगाने के लिए उत्तर, पूर्व एवं पश्चिम दिशा को बेहतर माना जाता है। ये दिशा पॉजेटिव एनर्जी प्रदान करता है। अगर ड्राइंग रूम या बेडरूम की बात करें, तो घड़ी ऐसे लगाएं, जिससे रूम में प्रवेश करने पर घड़ी पर नजर आए।
कहां न लगाएं घड़ी:- दक्षिण दिशा में कभी भी घड़ी नहीं लगानी चाहिए। वास्तु के मुताबिक दक्षिण दिशा को अशुभ माना जाता है। यह यम की दिशा कही जाती है। इस दिशा में नेगेटिव एनर्जी मौजूद होती है। घड़ी को कभी भी मुख्य द्वार के ठीक सामने अथवा दरवाजे के ऊपर नहीं लगाना चाहिए। इसके नीचे से निकलते समय व्यक्ति के आस-पास की उर्जा प्रभावित होती है। घड़ी को सोते समय तकिए के नीचे भी नहीं रखना चाहिए।
घड़ी के लिए खास बात:- घर के मुख्य दरवाजे के ऊपर भी घड़ी न लगाएं। बंद पड़ी हुई घड़ियों को जल्द से जल्द सही करवाएं। घड़ी कभी भी किसी को गिफ्ट नहीं करना चाहिए। घड़ी का समय आगे पीछे हो तो उसे सही समय से मिलाएं। घर के पूर्व, उत्तर और पश्चिम में ही घड़ी लगाएं। घर के ड्राइंग रूम में पेंडुलम वाली घड़ी लगाएं। गोल, आयताकार घड़ियां शुभ प्रभाव लाती हैं।