2030 तक हिमाचल में 23 हजार करोड़ का निवेश करेगा एसजेवीएन
हिमाचल प्रदेश। सतलुज जल विद्युत निगम वर्ष 2030 तक हिमाचल प्रदेश में 23 हजार करोड़ का निवेश करेगा। हमीरपुर में 66 मेगावाट की धौलासिद्ध और रामपुर में 210 मेगावाट की लुहरी स्टेज वन बिजली परियोजना में वर्ष 2025-26 तक उत्पादन शुरू होगा। शुक्रवार को सतलुज जल विद्युत निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नंदलाल शर्मा ने राजधानी शिमला में प्रेसवार्ता में कहा कि एसजेवीएन को गठित हुए 33 वर्ष पूरे हो गए हैं। बिहार के बक्सर में थर्मल परियोजना और नेपाल में अरुण थ्री परियोजना को वर्ष 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में वर्ष 2023 तक देश पांच हजार मेगावाट बिजली उत्पादन शुरू होगा। वर्ष 2023 तक के लक्ष्य अनुसार देश में 23 हजार करोड़ और हिमाचल में पांच हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा। काजा में 880 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के लिए ट्रांसमिशन लाइन का रास्ता साफ होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। दिसंबर 2021 तक इसकी डीपीआर बन जाएगी। हिमाचल में सतलुज, ब्यास और चिनाब बेसिन पर परियोजनाएं बनाई जा रही हैं। प्रदेश सरकार ने एक बेसिन पर एक कंपनी को काम देने की मांग को पूरा करते हुए एसजेवीएन को चिनाब बेसिन में छह परियोजनाएं दी गई हैं। नेपाल सरकार ने भी अरुण थ्री के साथ लोअर अरुण प्रोजेक्ट भी निगम को दे दिया है। इस अवसर पर निगम के सभी निदेशक भी मौजूद रहे।