मोबाइल के माध्यम से अब मिलेगी प्रदूषण की जानकारी…
नई दिल्ली। एनसीआर में दमघोंटू प्रदूषण से खुद को बचाना मुश्किल है। ऐसे में आईआईटी के वैज्ञानिकों ने इंजियोटैग 2.5 नामक प्रदूषण मापने की तकनीक वाली डिवाइस ईजाद की है। यह घर से लेकर ऑफिस के रास्ते के प्रदूषण की जानकारी तो मोबाइल के माध्यम से देगी ही, यह भी बता देगी कि दिनभर में कितना पीएम2.5 और कार्बन डाईऑक्साइड शरीर में गया। यह डिवाइस इतनी छोटी है कि इसे आसानी से अपने पर्स में रखकर कहीं भी ले जा सकते हैं। डॉ. सरिता के मुताबिक इंजियोटैग एक मोबाइल एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग डिवाइस है, जो वास्तविक समय पर आसपास मौजूद पीएम 2.5 को मापती है। मोबाइल एप के जरिये आसपास के प्रदूषकों की जानकारी मिलती है। ब्लूटूथ लो एनर्जी पर काम करने वाले इस उपकरण से तापमान और आर्द्रता की गणना भी की जा सकती है। आकार में छोटे इस उपकरण को आसानी से पर्स में रखकर कहीं भी ले जा सकते हैं। यह डिवाइस महज पांच हजार रुपये में उपलब्ध है। आईआईटी दिल्ली, दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर एयरोग्राम स्टार्टअप ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली में 13 बसों में जीपीएस युक्त इजियोमोटिव मोबाइल एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग डिवाइस लगाई है। शहर के विभिन्न रूट पर चलने वाली बसों में इस डिवाइस से वायु प्रदूषण की सटीक जानकारी मिलेगी। इससे दिल्ली के वायु प्रदूषण के हॉटस्पाट भी चिह्नित किए जा सकेंगे। आगे चलकर इस डिवाइस को 70 से 300 बसों में लगाया जाएगा। फिलहाल शहर में जो वायु प्रदूषण मापक लगे हैं, वे महज सौ मीटर तक का ही स्तर बता सकते हैं।