Joginder fake encounter updates: जोगिंदर राणा की कथित फर्जी एनकाउंटर में मारने के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने जांच करने के लिए एक विशेष जांच दल गठित करने का आदेश दिया है। न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति गौरी गोडसे की खंडपीठ ने कहा कि ठाणे के पुलिस आयुक्त जयजीत सिंह एसआईटी का नेतृत्व करेंगे। हाईकोर्ट की निगरानी में एसआईटी मामले की जांच करेगी। कोर्ट ने एसआईटी को चार सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। आपको बता दें कि जोगिंदर राणा कई चोरी-छिनैती के मामले में वांछित था।
ये है मामला
जोगिंदर राणा के भाई सुरेंद्र राणा ने एक याचिका दायर की थी जिसमें कहा गया था कि नालासोपारा के लोकल क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मी मनोज सुरेश सकपाल और मंगेश विट्ठल चव्हाण ने 23 जुलाई 2018 को जोगिंदर गोपाल राणा उर्फ गोविंद को फर्जी एनकाउंटर में मार दिया था। जबकि पालघर के पुलिस अधीक्षक ने एक हलफनामा दायर किया था जिसमें दावा किया गया था कि जोगिंदर राणा ने ही सबसे पहले पुलिस पर हमला किया था।
पुलिस अधीक्षक के हलफनामे के मुताबिक, 23 जुलाई, 2018 को चव्हाण और सकपाल पुलिस स्टेशन आ रहे थे तो उन्हें जोगिंदर दिखा। पुलिस कर्मियों ने उसे रोका तो उसने चाकू निकाल लिया और उन पर हमला करना शुरू कर दिया। जवाबी कार्रवाई में चव्हाण ने जोगिंदर पर दो गोलियां चलाईं। जिससे वह घायल हो गया तब उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहा उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया ।
वहीं, जोगिंदर राणा के भाई सुरेंद्र राणा के वकील दत्ता माने ने कोर्ट को बताया कि गवाहों ने घटना की तस्वीरें खींची थीं और वीडियो रिकॉर्ड किया था। इसे देखने से साफ पता चलता है कि पुलिस ने जोगिंदर का फर्जी एनकाउंटर किया था।